ताहिर हुसैन के दिल्ली-नोएडा स्थित ठिकानों पर छापेमारी, ED ने कसा शिकंजा

ईडी ने ताहिर हुसैन के दिल्ली स्थित घर और दफ्तर, पत्नी-बेटी से जुड़े नोएडा के कॉमर्शियल फर्म पर छापेमारी की है. छापेमारी के दौरान ईडी के अधिकारियों के कुछ जरूरी दस्तावेज मिले हैं.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jun 23, 2020, 04:15 PM IST
    • क्राइम ब्रांच ने अपनी चार्जशीट में दिल्ली हिंसा में ताहिर हुसैन की फंडिंग का खुलासा किया था.
    • हिंसा के पहले ताहिर हुसैन ने अपने अकाउंट से शेल कंपनी में पैसा डालकर निकाला था
ताहिर हुसैन के दिल्ली-नोएडा स्थित ठिकानों पर छापेमारी, ED ने कसा शिकंजा

नई दिल्ली: नागरिकता कानून के विरोध की आड़ में दिल्ली में हुए दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन की मुश्किलों बढ़ रही हैं. अब वह ED के शिकंजे में भी फंस गए हैं. जानकारी के मुताबिक दिल्ली दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन के ठिकानों पर ED की रेड चल रही है. ED ने मार्च में ताहिर हुसैन के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था.

PMLA के तहत दर्ज किया गया मुकदमा
ईडी ने ताहिर हुसैन के दिल्ली स्थित घर और दफ्तर, पत्नी-बेटी से जुड़े नोएडा के कॉमर्शियल फर्म पर छापेमारी की है. छापेमारी के दौरान ईडी के अधिकारियों के कुछ जरूरी दस्तावेज मिले हैं. ताहिर हुसैन पर मार्च में ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था.

अधिकारियों ने कहा कि इनके खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया गया था   दिल्ली पुलिस की जांच के मुताबिक, खजूरी इलाके स्थित ताहिर हुसैन की बिल्डिंग का इस्तेमाल पथराव और पेट्रोल बम बनाने में किया गया था.

क्राइम ब्रांच ने किया था खुलासा
क्राइम ब्रांच ने अपनी चार्जशीट में दिल्ली हिंसा में ताहिर हुसैन की फंडिंग का खुलासा किया था. हिंसा के पहले ताहिर हुसैन ने अपने अकाउंट से शेल कंपनी में पैसा डालकर निकाला था. इस आधार पर प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था.

इसके बाद मंगलवार को दिल्ली और नोएडा में ताहिर हुसैन के ठिकानों पर छापेमारी की गई है.

भारत ने "चमगादड़ चीन" को जमकर खरी-खोटी सुनाई और हद में रहने की सलाह दी

IB अफसर अंकित शर्मा की हत्या के भी आरोप
दिल्ली दंगों की विस्तृत जांच में ताहिर हुसैन का नाम आया था. एक वायरल हुए वीडियो में ताहिर हुसैन पूरी तरह हिंसात्मक गतिविधि में लिप्त दिख रही थे. क्राइम ब्रांच के मुताबिक दंगों में ताहिर हुसैन की भूमिका संदिग्ध है. हुसैन और उसके समर्थकों पर आईबी अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या के भी आरोप हैं.

पुलिस इस मामले में भी जांच कर रही थी. सामने आया था कि दिल्ली पुलिस को जांच में पता चला कि करीब 1.10 करोड़ रुपये ताहिर हुसैन ने दंगों में इस्तेमाल किए हैं. हुसैन ने अपनी कंपनी से पैसे निकालकर फर्जी कंपनियों में ट्रासंफर कर फिर पैसे निकाले थे. 

भारत को बाढ़ में डुबाने की साजिश कर रहा है नेपाल

 

ट्रेंडिंग न्यूज़