लाल किले पर जिस तोप से दी गई सलामी, जान लीजिए उसकी खासियत

लाल किला पर ध्वजारोहण के बाद भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों ने पुष्प वर्षा की. यहां स्वतंत्रता दिवस समारोह में मौजूद लोगों पर पुष्प वर्षा के लिए उन्नत व हल्के मार्क-थ्री ध्रुव हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया गया.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Aug 15, 2023, 09:15 PM IST
  • जानिए क्या बोले पीएम मोदी
  • आकाश से हुई पुष्प वर्षा
लाल किले पर जिस तोप से दी गई सलामी, जान लीजिए उसकी खासियत

नई दिल्लीः स्वतंत्रता दिवस यानी कि 15 अगस्त को लाल किला पर 77वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में तिरंगा फहराने के दौरान पारंपरिक 21 तोपों की सलामी दी गई.खास बात यह है कि 15 अगस्त की यह सलामी भारत में ही बनी तोप से दी गई. सेना की 871 फील्ड रेजिमेंट ने स्वदेशी 105 एमएम लाइट फील्ड गन (तोप) से प्रधानमंत्री को सलामी दी.

आकाश से हुई पुष्प वर्षा
लाल किला पर ध्वजारोहण के बाद भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों ने पुष्प वर्षा की. यहां स्वतंत्रता दिवस समारोह में मौजूद लोगों पर पुष्प वर्षा के लिए उन्नत व हल्के मार्क-थ्री ध्रुव हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया गया. इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किला पर गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया और राष्ट्रीय ध्वज फहराया.
प्रधानमंत्री के लिए गार्ड ऑफ ऑनर दल में थल सेना, वायु सेना, दिल्ली पुलिस और नौसेना से अधिकारी व कर्मी शामिल थे.

इस तरह हुआ पीएम मोदी का स्वागत
गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण करने के बाद, प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर की ओर बढ़े, जहां उनका स्वागत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, सेना, नौसेना और वायु सेना प्रमुख ने किया. पीएम ने तिरंगा फहराया और फिर उन्हें 'राष्ट्रीय सलामी' दी गई. सेना का बैंड, जिसमें एक जेसीओ और 20 अन्य रैंक शामिल थे, ने राष्ट्रीय ध्वज फहराने और 'राष्ट्रीय सलामी' प्रस्तुत करने के दौरान राष्ट्रगान बजाया.

पीएम मोदी ने जताया ये विश्वास
इस दौरान लालकिला की प्राचीर से प्रधानमंत्री ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा, "मेरे प्रिय परिवारजनों, यह मेरा अखंड, अटूट और एकनिष्ठ विश्वास है कि 2047 में जब देश आजादी के सौ साल मनाएगा तब मेरा देश विकसित भारत बनकर रहेगा. यह मैं देश के संसाधन, सामर्थ्य और युवाशक्ति की जनसंख्या को देखते हुए कह रहा हूं.

प्रधानमंत्री ने जलवायु के विषय पर कहा, "जलवायु परिवर्तन से जूझ रही दुनिया को हमने 'लाइफ मिशन' के जरिए रास्ता दिखाया है. हमने बायोडाइवर्सिटी को देखते हुए बिग कैट अलायंस बनाया. हमने योग और आयुष के द्वारा विश्व कल्याण और वैश्विक स्वास्थ्य पर बल दिया है. दुनिया हमारे 'वन सन, वन वर्ल्ड और वन ग्रीन' के दर्शन से जुड़ रही है.

स्वास्थ्य के विषय पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "स्वास्थ्य के समावेशी विकास के लिए हमारी अप्रोच 'वन अर्थ, वन हेल्थ' की है. जी20 के लिए भी हम 'वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर' के मंत्र को लेकर चल रहे हैं.

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