नई दिल्ली: भाग्यशाली हैं भारतवासी कि उन्हें एक ऐसा राष्ट्रवादी नेता मिला है जिसे सारी दुनिया सलाम कर रही है. पीएम मोदी का कोरोना के विरुद्ध युद्ध सफल रहा है और भारत आज इस महामारी के साढ़े चार माह बीत जाने के बाद भी संक्रमण के चौथे स्टेज पर नहीं पहुंचा है. अब कोरोना से जंग जीतने के लिए भारत के उठाए गए कदमों का अनुसरण कर रहा है यूरोप का सिरमौर जर्मनी भी.
मर्केल की बराबर नज़र है भारत पर
भारत ने संक्रमण की जानकारी के प्रथम दिन अर्थात 30 जनवरी से ही जिस तत्परता से इस महामारी के रोकथाम के लिए कदम उठाये हैं उन्हीं की बदौलत भारत पर कोरोना संक्रमण अपने अतिक्रमण में अब तक नाकाम रहा है. अब जर्मनी भी कोरोना से जंग में लगभग वही कदम उठा रहा है जो अब तक भारत ने उठाए हैं. जर्मनी की चांसलर मर्केल ने स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि यदि पूरी सावधानी नहीं बरती गई तो नुकसान कहीं बहुत ज्यादा हो सकता है.
जर्मनी ने भी बढ़ाया तीन मई तक लॉकडाउन
पीएम मोदी ने हाल ही में भारत में लॉकडाउन की समय सीमा को 3 मई तक बढ़ाने की घोषणा की थी और इसके सफल अनुपालन के लिए स्वयं प्रधानमंत्री ने देशवासियों के सामने आकर उन्हें समझाया था. इसके पहले पीएम मोदी ने देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक भी की थी.
बिलकुल ठीक इसी दिन और इसी तरह जर्मनी में भी चांसलर एंजेला मर्केल ने अपने सभी प्रांतों के सर्वोच्च नेताओं से लॉकडाउन को लेकर गहन विचार विमर्श किया था और इसके बाद उन्होंने भी भारत की तरह जर्मनी में भी लॉकडाउन की समय सीमा को 3 मई तक बढ़ा दिया. विशेष बात ये है कि जर्मनी में ये लॉक डाउन तीसरी बार बढ़ाया गया है.
मर्केल ने भी किया देशवासियों को सम्बोधित
जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने स्थिति की गंभीरता को समझा है और उसी आधार पर लॉकडाउन को बढ़ाने की घोषणा की है. उन्होंने देशवासियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जर्मनी फिलहाल लॉकडाउन हटाने का खतरा नहीं उठा सकता. मर्केल ने आगे कहा कि जब तक इस कोरोना वायरस की दवा नहीं बन जाती है जर्मनी को इस वायरस के साथ जीवन जीना होगा.
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