गली के गुंडे की तरह इमरान की 'भाषा'! PM मोदी के खिलाफ अभद्र बयान

पाकिस्तानी पीएम इमरान खान शायद रह-रहकर अपनी हैसियत भूल जाते हैं. यही वजह है कि अपने बयान में अभद्रता लाना उनकी आदत बन चुकी है. जो उन्हें एक गली के गुंडे से ज्यादा बड़ा नहीं बना पाती...

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : May 2, 2020, 06:21 AM IST
    • इमरान खान की भ्रष्ट हो गई बुद्धि
    • गली के गुंडे इमरान खान नियाजी
    • औकात भूल गए हैं इमरान खान
    • इमरान की हताशा की पूरी कहानी
गली के गुंडे की तरह इमरान की 'भाषा'! PM मोदी के खिलाफ अभद्र बयान

नई दिल्ली: कहते हैं जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ भी यही हुआ है. पाकिस्तान में करीब 17 हज़ार लोग कोरोना संक्रमित हैं और करीब 400 लोगों की मौत हो चुकी है. ये हाल तब है जब पाकिस्तान लगातार कोरोना से होने वाली मौत पर आंकड़े छिपा रहा है.

इमरान खान की भ्रष्ट हो गई बुद्धि

ऐसे हालात में इमरान खान की बुद्धि भ्रष्ट हो गई है और कोरोना काल में वो पाकिस्तान में ही खलनायक बनकर उभरे हैं. अपनी इसी छवि से बाहर निकलने के लिए इमरान खान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नफरत का वायरस फैला रहे हैं. इमरान ने पीएम मोदी के खिलाफ अभद्र बयान दिया है.

इमरान खान नियाज़ी ने कहा है कि "वो जो उनका Strong Man नरेंद्र मोदी है. कहता है जी उसका 50 इंच का Chest है, वो इतना डरपोक निकला कि एकदम उसने सब बंद कर दिया."

गली के गुंडे इमरान खान नियाजी

इमरान खान की गली के गुंडे जैसी भाषा और चेहरे पर हताशा-निराशा और बेबसी के भाव नजरा आया, ऐसा लग रहा है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का दिमाग इस वक्त लॉक हो चुका है, वो इतने हताश हो चुके हैं कि शायद कुछ सोचने-समझने की स्थिति में नहीं हैं. इसलिए आज बहुत जरूरी है कि इमरान खान को हिम्मत दिखाने का मतलब समझाया जाए

देश की राजधानी में कोरोना वायरस की एंट्री के साथ ही भारत ने लॉकडाउन का ऐलान कर दिया था.  पीएम मोदी का ये दिलेरी वाला फैसला था. लेकिन, कट्टरपंथियों की कठपुतली बन चुके इमरान खान में इतनी भी हिम्मत नहीं थी कि वो पाकिस्तान में लॉकडाउन करके दिखाएं. पीएम मोदी ने जान और जहान का मंत्र दिया और इमरान खान, अपनी नाकामी छिपाने के लिए गरीबी को ढाल बनाते रहे. 

औकात भूल गए हैं इमरान खान

मंदिर-मस्जिद से लेकर गुरुद्वारे तक, हिंदुस्तान में सारे धर्म स्थल बंद कर दिये गए. यानी पीएम मोदी किसी धर्मगुरु के दबाव में नहीं आए. लेकिन इमरान खान ने कट्टरपंथियों के आगे सरेंडर कर दिया और नमाज के लिए सारी मस्जिदों के दरवाजे खुले रखे. पाकिस्तान में डॉक्टर बिरादरी इमरान के फैसले का विरोध करती रही लेकिन इमरान खान ने करोड़ों ज़िंदगियों को दांव पर लगा दिया.

अब यही इमरान खान अपनी नाकामी छिपाने के लिए गरीबी-बेरोजगारी का रोना रो रहे हैं और पीएम मोदी के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं. वैसे हमें उम्मीद है इमरान खान अब समझ गए होंगे कि सबसे बड़ा हिम्मतवाला कौन है.

इमरान की हताशा की पूरी कहानी

पाकिस्तान की जनता में इमरान खान के प्रति आक्रोश बढ़ता जा रहा है. लॉकडाउन नहीं करने की वजह से वहां के लोग इमरान खान को अपना पीएम नहीं बल्कि एक विलेन के तौर पर देख रहे हैं. इमरान को लग रहा है कि कहीं कोरोना वाली नाकामी उन्हें सत्ता से ना बेदखल करा दे.

पाकिस्तान के लोग कोरोना के खिलाफ पीएम मोदी की लड़ाई की तारीफ कर रहे हैं और मोदी का उदाहरण देकर इमरान को आईना दिखा रहे हैं.

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पीएम मोदी कोरोना से लड़ने में पूरी दुनिया की मदद कर रहे हैं और इमरान खान अपने देश में कोरोना से होने वाली मौतों को छिपाने में लगे हैं. सिर्फ यही नहीं भारत ने तो अब स्वदेशी पीपीई किट बनाना भी शुरू कर दिया है. जबकि इमरान खान अब भी कश्मीर और मज़हब के नाम पर भारत के खिलाफ दुष्प्रचार में ही जुटे हैं.

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