नई दिल्ली: जहां सारी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है वहीं अमेरिका इस वक्त कोरोना वायरस के महासंकट से घिरा हुआ है जिसने अमरीकियों की जिन्दगी को तो खतरे में डाला ही है, देश को अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर भी बहुत बड़ा झटका दे दिया है. दूरदर्शिता का परिचय देते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक टीम का गठन किया है जो अमरीकी इकॉनोमी की डूबती नैया पार लगायेगी.
इन्डो-अमेरिकन अर्थ-विशेषज्ञ हैं ट्रम्प की टीम में
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने आने वाले हालात को पहले ही समझ लिया है और इसलिये वक्त पर कदम उठाते हुए अर्थशास्त्रियों की एक नई टीम तैयार की है जो अमरीकी इकानामी को पटरी पर लाने के लिए प्लान बनाएगी. ट्रंप की इस टीम में विश्व के सुप्रसिद्ध अर्थशास्त्री शामिल हैं जिनमें कई इन्डो-अमेरिकन अर्थ-विशेषज्ञ भी हैं.
कोरोना के कारण अमरीकी अर्थव्यवस्था खतरे में है
कोरोना वायरस से संक्रमित अमरीकी नागरिक तो संभव है कि सही उपचार मिलने पर संक्रमण मुक्त हो जायें किन्तु इस महामारी की वजह से अमेरिका की अर्थव्यवस्था को जो तगड़ा झटका लगा है, उसका उपचार असंभव तो नहीं किन्तु दुष्कर अवश्य है. अमेरिका में पिछले दो महीने में लाखों लोगों की नौकरी जा चुकी है और अभी आने वाले कुछ वक्त तक हालात ठीक होने के हालात नजर नहीं आ रहे. हालात को बेहतर करने के लिये अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक अर्थशास्त्रियों की टीम तैयार की है.
प्रसिद्ध भारतीयों को शामिल किया गया है टीम में
डोनाल्ड ट्रंप की इस विशेषज्ञ टीम में दुनिया भर के अर्थशास्त्री शामिल किये गये हैं. ट्रम्प की इस इकॉनामी कमेटी में शामिल भारतीयों में गूगल के सुंदर पिचाई, माइक्रोसॉफ्ट के सत्या नडेला को भी शामिल किया गया है जो कि ट्रंप सरकार को अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने की दिशा में परामर्श देने का कार्य करेंगे.
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