चीन और जापान के बाद इस मुस्लिम मुल्क की आबादी तेजी हो रही है बूढ़ी
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चीन और जापान के बाद इस मुस्लिम मुल्क की आबादी तेजी हो रही है बूढ़ी

Malesia News: संयुक्त राष्ट्र किसी मुल्क को तेजी से बूढ़े होते मुल्कों की फेहरिस्त में तब शामिल करता है, जब उसकी सात फीसदी आबादी 65 साल या उससे ज्यादा उम्र की हो जाती है. पूरी खबर पढ़ने के लिए नीचे स्क्रॉल करें. 

चीन और जापान के बाद इस मुस्लिम मुल्क की आबादी तेजी हो रही है बूढ़ी

Malesia News: ज्यादा उम्र के कर्मचारियों को लगातार बदलते काम करने वाली जगह पर अपनी जगह बनाए रखने और प्रासंगिक बने रहने के लिए सशक्त बनाने के नए तरीके तलाशे जा रहे हैं. वहीं मलेशिया साल 2022 में आधिकारिक रूप से उन मुल्कों की सूची में शामिल हो गया, जिनकी आबादी तेजी से बूढ़ी हो रही है. 

इसके साथ ही मुल्क में कर्मचारियों की रिटायर्ड की उम्र और लगातार बदलते आधुनिक काम करने वाली जगह पर अनुभवी और पेशेवरों की भूमिका को लेकर बहस तेज हो गई. हालांकि, असल बहस इस बात पर नहीं होनी चाहिए कि समाज के लिए कर्मचारियों का लंबे वक्त तक कार्यबल का हिस्सा बने रहना जरूरी है या नहीं, जिसके अपने फायदे भी हैं, बल्कि इस बात पर होनी चाहिए कि हम ज्यादा उम्र के कर्मचारियों में काम करते रहने के लिए जरूरी कौशल कैसे विकसित कर सकते हैं.

संयुक्त राष्ट्र किसी मुल्क को तेजी से बूढ़े होते मुल्कों की फेहरिस्त में तब शामिल करता है, जब उसकी सात फीसदी आबादी 65 साल या उससे ज्यादा उम्र की हो जाती है. 2022 में मलेशिया में ऐसे लोगों की संख्या बढ़कर 7.3 फीसदी हो गई है. मलेशिया में सेवानिवृत्ति की उम्र 60 साल है. हालांकि, सरकार को इन दावों का खंडन करना पड़ा है कि रिटायर्ड की उम्र बढ़ाकर 65 साल करने की योजना है. 

इन अटकलों के बावजूद, मुल्क की वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए सेवानिवृत्ति की उम्र बढ़ाना लास्ट हल नहीं है, खासकर काम के बदलते परिदृश्य में, ज्यादा उम्र के कर्मचारियों को कार्यबल में बनाए रखने के लिए उन्हें ट्रेंड किए जाने के उपायों पर विचार करने की जरूरत है. ऑनलाइन-शिक्षा इसका अहम हिस्सा हो सकती है. कोविड-19 महामारी की शुरुआत के दौरान कंपनियों को अपने कर्मचारियों को ऑनलाइन ट्रेनिंग देने में काफी मशक्कत करनी पड़ी थी.

कंप्यूटर और इंटरनेट को व्यापक रूप से अपनाए जाने के पहले के दौर में पैदा हुए लोगों (डिजिटल इमिग्रेंट) का डिजिटल प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल में उतना पारंगत न होना इसका मुख्य वजह था. कई 'डिजिटल इमिग्रेंट' उम्रदराज कर्मचारी हैं. जैसे-जैसे जीवन-यापन की खर्च बढ़ती जाती है और रिटायर्ड के बाद के लिए की गई बचत कम होती जाती है, वैसे-वैसे कार्यबल में फिर से शामिल होने की कोशिश करने वाले वरिष्ठ नागरिकों की संख्या में भी इजाफा देखने को मिलता है.

कई वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह केवल वित्तीय आवश्यकता का मसला नहीं है; यह सेवानिवृत्ति की उम्र के बाद भी उत्पादक और सक्रिय बने रहने के जुनून और प्रतिबद्धता को भी बयां करता है. परिपक्व कर्मचारियों को कार्यबल में बनाए रखने से नौजवान पीढ़ी के लिए नौकरी के अवसरों पर कोई असर नहीं पड़ता है, खासतौर पर अल्पकालिक परियोजना में उनकी नियुक्ति और डिजिटल प्रौद्योगिकी में होने वाली प्रगति के हिसाब से ढलने की उनकी क्षमता को देखते हुए. 

इसके अलावा, यह फायदेमंद भी हो सकता है, क्योंकि ट्रेंड कर्मचारी अपने साथ अनुभव और कौशल का खजाना लेकर आ सकते हैं. कंपनियों को कर्मचारियों को बनाए रखने में निवेश करने की जरूरत पड़ सकती है. उदाहरण के लिए, सिंगापुर ने छोटे और मध्यम उद्यमों के लिए एक सरकारी ट्रेनिंग की पहल शुरू की, जिसमें 90 फीसदी तक पाठ्यक्रम फी निधि दी जाती है. कंपनियां नेशनल सिल्वर एकेडमी फंडिंग का फायदा उठा सकती हैं, जिसके तहत 50 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए ट्रेनिंग फी में 50 फीसदी की सब्सिडी दी जा सकती है और उनमें सीखने की प्रक्रिया को बढ़ावा दिया जा सकता है. 

Zee Salaam

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