Jharkhand: मुश्किल वक़्त में भी झारखंड की बेटियों ने नहीं मानी हार; देश के लिए खेल रहीं हॉकी
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam1694926

Jharkhand: मुश्किल वक़्त में भी झारखंड की बेटियों ने नहीं मानी हार; देश के लिए खेल रहीं हॉकी

 Women Junior Asia Cup 2023: झारखंड के सिमडेगा जिले की तीन बेटियों का सेलेक्शन हॉकी वूमन जूनियर एशिया कप-2023 के लिए इंडियन टीम में हुआ है. दीपिका, रोपनी और महिमा तीनों देश का नाम रौशन करेंगी.

Jharkhand: मुश्किल वक़्त में भी झारखंड की बेटियों ने नहीं मानी हार; देश के लिए खेल रहीं हॉकी

Ranchi News: झारखंड की बेटियों ने मुश्किल समय में भी हार नहीं मानी. किसी के सिर से बाप का साया उठ चुका है तो किसी के मां-पिता मजदूरी करके दो वक्त की रोटी रोजी का इंतेजाम कर रहे हैं. किसी ने अपने ख्वाब को हकीकत में बदलने के लिए खुद खेतों में काम किया. न जाने इन बेटियों की संघर्ष की कितनी ही ऐसी कहानियां है जो आपको ये सोचने पर मजबूर कर देगी कि अपने सपनों को पूरा करने के लिए इन बेटियों ने अथक प्रयास किया. ये कहानी है झारखंड के सिमडेगा जिले की उन तीन बेटियों की, जिनका सेलेक्शन वूमन जूनियर एशिया कप-2023 के लिए इंडियन टीम में हुआ है. इनके नाम हैं-दीपिका, रोपनी और महिमा.

हॉकी के मैदान तक पहुंचने और वहां अपनी सलाहियत साबित करने के लिए तीनों को बेहद नाजुक हालात का सामना करना पड़ा. दीपिका और रोपनी दोनों के पिता काफी पहले ही दुनिया को अलविदा कह चुके है. उनके घर वालों ने किसी तरह मेहनत मजदूरी करके खिलाड़ी बेटियों के ख्वाबों को न सिर्फ जिंदा रखा, बल्कि उसे हासिल कराने में हर मुमकिन मदद की. दीपिका सोरेंग जिले के केरसई प्रखंड के करंगागुड़ी सेमरटोली की रहने वाली हैं. दीपिका जब छोटी थीं तब ही उनके फादर दानियल सोरेंग का कत्ल कर दिया गया था. इसके बाद बेबस मां ने दिहाड़ी मजदूरी कर अपनी औलादों की परवरिश की. बेटी की हॉकी के लिए दिलचस्पी को देखते हुए उन्हें इस दिशा में आगे बढ़ाने के लिए जी जान लगा दी.

रोपनी की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. उसके पिता रातू मांझी का भी इंतेकाल हो गया है. रोपनी को इस मुकाम तक पहुंचाने में उसकी मां और घर के लोगों का बहुत बड़ा हाथ रहा है. महिमा भले ही ओलंपियन सलीमा की बहन हैं, लेकिन घर के आर्थिक हालात बेहतर नहीं होने की वजह से उसे कापी मशक्कत करनी बढ़ी. उसने अपने सपनों को पूरा करने के लिए खुद खेतों में काम किया है. तीनों ही खिलाड़ियों ने साल 2017 में सबजूनियर नेशनल मुकाबले में झारखंड टीम से खेला और गोल्ड पर कब्जा जमाकर चैंपयिन बनीं. 

तीनों बेटियों ने साल 2019 में भी जूनियर नेशनल में झारखंड टीम से खेलकर गोल्ड हासिल किया था. हॉकी खिलाड़ी दीपिका, रोपनी और महिमा लगातार झारखंड टीम से नेशनल मुकाबले भी खेलती रही हैं. अब तीनों विदेशी धरती पर झारखंड का नाम रोशन करेंगी. ख्याल रहे कि हॉकी इंडिया ने जापान के काकामीगहारा में 2 जून से शुरू होने वाले वूमन जूनियर एशिया कप 2023 के लिए 18 सदस्यीय भारतीय जूनियर महिला टीम का ऐलान किया है, जिसमें इन तीनों का नाम शामिल है.

Watch Live TV

Trending news