Mangal Ketu Navpancham Yog 2022: ज्‍योतिष शास्‍त्र में ग्रहों की चाल बदलने, राशि गोचर करने, युति करने के अलावा शुभ-अशुभ योग भी बनाते हैं. इस समय मंगल और केतु ग्रह मिलकर बेहद अशुभ योग नवपंचम योग बना रहे हैं. ये योग 16 अक्‍टूबर को मंगल ग्रह के मिथुन राशि में गोचर करने के बाद बना है. मंगल और केतु मिलकर यह विस्‍फोटक योग बना रहे हैं जिसका बुरा असर 4 राशियों पर पड़ेगा. 


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मंगल-केतु के नवपंचम योग का राशियों पर असर 


मेष राशि: नवपंचम योग मेष राशि वालों के लिए कष्टकारी साबित हो सकता है. इस समय इन लोगों को तनाव से गुजरना पड़ेगा. जीवनसाथी की सेहत खराब हो सकती है. पार्टनरशिप में व्‍यापार करने वालों को हानि हो सकती है. ना ही पार्टनरशिप में काम शुरू करें. दुर्घटना होने की आशंका है. गले और छाती से संबंधित समस्‍या हो सकती है. 


वृष राशि: मंगल केतु के कारण बन रहा नवपंचम योग वृष राशि वालों के लिए भी अच्‍छा नहीं कहा जा सकता है. यह चोट या बीमारी दे सकता है. इस दौरान गाड़ी देखकर चलाएं. ऊंचाई से गिर सकते हैं इसलिए ऐसा कोई जोखिम न लें. मामा पक्ष से रिश्‍ते खराब हो सकते हैं. व्‍यापार में नुकसान हो सकता है. प्रेगनेंट महिलाएं सावधानी रखें. 


कर्क राशि: नवपंचम योग कर्क राशि वालों को कोर्ट कचहरी के चक्‍कर लगवा सकता है. मामले में हार का मुंह देखना पड़ सकता है. घर की महिलाओं की सेहत का ध्‍यान रखें. उनके साथ कोई दुर्घटना भी हो सकती है. अलर्ट रहें. 


वृश्चिक राशि: मंगल केतु के कारण बन रहा नवपंचम योग वृश्चिक राशि वालों को सेहत से जुड़ी समस्‍या दे सकता है. साथ ही दुर्घटना होने या गिरकर चोट लगने की आशंका है. गाड़ी भी देखकर चलाएं. व्यापार में अभी कोई डील फाइनल न करें. भाग्‍य का साथ न मिलने से कामों में असफलता मिलेगी. प्रेगनेंट महिलाएं सावधानी बरतें. 


उपाय: मंगल-केतु के नवपंचम योग से होने वाले नुकसान से बचने के लिए केतु और मंगल ग्रह के बीज मंत्रों का जाप करें. इसके अलावा मंगलवार का व्रत रखें, साथ ही हनुमान जी की उपासना करें. बजरंगबली की पूजा-उपासना हर संकट से बचाती है. 



(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


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