Palm Science: हस्तरेखा बेहद प्राचीन विज्ञान है. व्यक्ति का जीवन, वैवाहिक स्थिति और अन्य स्थितियों के बारे में काफी हद तक अनुमान हाथों की लकीरों से लगाया जा सकता है. हस्तरेखा विज्ञान में हाथों की लकीरों और पर्वतों को देखा जाता है. हथेली में गुरु, बुध, शनि और सूर्य मुख्य पर्वत होते हैं. उनके साथ कई शुभ और अशुभ योग भी होते हैं. 


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आज हम आपको बताने जा रहे हैं बेहद शुभ शश योग के बारे में. शनि रेखा पर यह योग बनता है. जिस किसी के हाथों में यह योग होता है, वह जातक चाहे गरीब घर में भी पैदा हो, वह धनवान बनता है. उनका समाज में अलग रुतबा होता है. अब इस योग के बारे में विस्तार से बताते हैं. 


क्या और कैसे बनता है शश योग


इस योग के बनने की शर्त है कि हाथ में तीन मणिबंध हों. पहले मणिबंध पर मत्स्याकार होकर वहां से भाग्य रेखा शनि पर्वत पर पहुंचती हो और वह उस जगह पूरी तरह विकसित स्थिति में हो. तब उस शख्स की हथेली में शश योग बनता है.


मिलता है खूब नाम-सम्मान


जिस शख्स की हथेली में शश योग होता है, वह शनि के प्रभाव से एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर हो सकता है. ऐसे शख्स को सारे सुखों की प्राप्ति होती है. ये बहुत होशियार होते हैं और जिंदगी में अपनी मेहनत से अलग रुतबा हासिल करते हैं. ऐसे लोग राजनीति में भी सफल देखे गए हैं. ये करियर को लेकर भी काफी ईमानदार, मेहनती और कर्मठ होते हैं. 


कारोबार में कमाते हैं अकूत धन


जिन लोगों के हाथों में यह योग होता है, वे बड़े कारोबारी बनते हैं और शनि ग्रह से जुड़े कारोबार में शोहरत हासिल करते हैं. ऐसे शख्स पेट्रोलियम पदार्थ, लोहा, मशीनरी और खनिज से जुड़े व्यापार में खूब पैसा कमाते हैं. 


शश योग की खास बातें


इस योग में शनि ग्रह को खास महत्व दिया गया है. लिहाजा जितनी साफ और स्पष्ट शनि रेखा होगी, व्यक्ति उतनी ही तरक्की करेगा. अगर शनि रेखा कटी-फटी है तो शश योग का फल कम मिलेगा. 


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)