Shani Dev: नीलम नहीं ये सस्ता रत्न पहनने से भी बरसने लगती है शनि की कृपा, होता है चमत्कार!
Neelam Upratna Lilian Stone: नवरत्नों में शुमार नीलम बहुत ताकतवर और महंगा रत्न है. लेकिन इस रत्न का भी एक सब्सिट्यूट या उपरत्न है, जो बहुत प्रभावी नतीजे देता है.
Gemstone for Shani Planet: रत्न शास्त्र में शनि ग्रह को मजबूत करने के लिए नीलम रत्न को सबसे प्रभावी माना गया है. नीलम बहुत महंगा और ताकतवर रत्न है. इसलिए बिना विशेषज्ञ की सलाह के कभी भी यह रत्न धारण नहीं करना चाहिए. जिन लोगों को नीलम रत्न सूट कर जाता है, उन्हें यह फर्श से अर्श पर पहुंचा देता है, वहीं जिन लोगों को नीलम सूट न करे, उनके जीवन को मुसीबतों से भर देता है. जो लोग नीलम जैसा कीमती रत्न धारण न कर पाएं, उनके लिए रत्न शास्त्र में एक बेहद प्रभावी उपरत्न बताया गया है.
नीलम जैसा प्रभावी है लीलिया उपरत्न
ज्योतिष शास्त्र की प्रभावी शाखा रत्न शास्त्र में हर रत्न के उपरत्न भी बताए गए हैं. क्योंकि नीलम, हीरा, पन्ना, पुखराज आदि रत्न बहुत महंगे होते हैं, ऐसे में इनके उपरत्न पहनकर भी ग्रहों से शुभ फल पाए जा सकते हैं. इसी तरह नीलम का उपरत्न है लीलिया. लीलिया को नीलिया और नीली उपरत्न भी कहा जाता है. लीलिया पहनने से भी शनि शुभ फल देने लगते हैं और जीवन में तेजी से सुख-समृद्धि बढ़ती है. कामों में सफलता मिलने लगती है. किस्मत का पूरा साथ मिलने लगता है. लीलिया दिखने में हल्के नीले रंग और चमकदार होता है.
इन राशि वालों को लाभ देता है लीलिया
रत्न शास्त्र के मुताबिक लीलिया रत्न वृष राशि, मिथुन राशि, कन्या राशि, तुला राशि, मकर राशि और कुंभ राशि वालों के लिए शुभ साबित हो सकता है. हालांकि इन जातकों को भी विशेषज्ञ की सलाह से ही लीलिया या नीलम रत्न धारण करना चाहिए. वहीं अन्य राशि वालों को भी कुंडली में शनि की स्थिति के आधार पर कुछ मामलों में नीलम या लीलिया पहनना फलदायी हो सकता है. बेहतर होगा कि रत्न धारण करने से पहले कुछ दिन तक उसे नीले कपड़े में लपेटकर अपने हाथ या कंधे में बांध लें. रात में तकिया के नीचे रखकर भी सो सकते हैं. यदि नींद अच्छी आए और अच्छा महसूस हो तो लीलिया या नीलम धारण कर सकते हैं.
ऐसे धारण करें लीलिया
लीलिया को शनिवार की दोपहर धारण करना सबसे शुभ होता है. लीलिया को मध्यमा अंगुली में पहनना चाहिए और अंगूठी का डिजाइन ऐसा हो ताकि रत्न स्किन पर टच हो. ध्यान रखें कि लीलिया शनि का रत्न है, ऐसे में यह रत्न धारण करने के बाद नॉनवेज-शराब का सेवन न करें. ना ही किसी असहाय-गरीब को सताएं. वरना शनि नाराज हो सकते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)