भोजन पकाते-खाते समय कर लें ये काम, धन से भरी रहेगी तिजोरी!
Vastu Shastra for Food: सनातन धर्म में अन्न को बहुत महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है. यहां तक की अन्नपूर्णा देवी को अन्न की देवी माना गया है. इसलिए भोजन पकाते और खाते समय कुछ बातों का ध्यान रखें.
Food Tips in Hindi: हिंदू धर्म में भोजन पकाने और खाने के लिए भी नियम बताए गए हैं. क्योंकि अन्न को देवता के समान पूजनीय माना गया है. यदि इन नियमों का पालन किया जाए तो देवी-देवता प्रसन्न होकर खूब कृपा करते हैं. घर में अपार सुख-समृद्धि रहती है. इसलिए धर्म-शास्त्रों में अन्न का आदर करने के लिए कहा जाता है. जिस घर में नियमानुसार भोजन पकाया और खाया जाता है, वहां दिन दोगुनी-रात चौगुनी बरकत होती है. साथ ही अन्न के भंडार हमेशा भरे रहते हैं. आइए जानते हैं कि भोजन पकाते और खाते समय किन नियमों का ध्यान रखना चाहिए.
भोजन संबंधी नियम
- भोजन बनाते समय व्यक्ति का तन और मन पवित्र होना जरूरी होता है. वरना नकारात्मकता या गंदगी से बनाया गया भोजन खाने से व्यक्ति बीमारियों का शिकार होता है. उसके मन और सोच पर भी नकारात्मक असर पड़ता है.
- भोजन को हमेशा शुद्ध जगह पर बनाना चाहिए. गंदी जगह पर बनाए गए भोजन का सेवन कभी नहीं करना चाहिए.
- भोजन करने से पहले अन्न देवता का आभार प्रकट करें. इसके लिए हिंदू धर्म में भोजन मंत्र भी बताया गया है, जिसका भोजन करने से पहले पाठ करना चाहिए.
- सनातन धर्म में भोजन करने के लिए दाएं हाथ का उपयोग करने के लिए कहा गया है. बाएं हाथ से भोजन करना दोषपूर्ण माना जाता है.
- भोजन करते समय पूर्व दिशा की ओर मुंह करना सर्वश्रेष्ठ माना गया है. इसके अलावा करियर में उन्नति चाहने वाले और अमीर बनने का सपना देख रहे लोग पश्चिम दिशा की ओर मुंह करके भी भोजन कर सकते हैं.
- ध्यान रहे कि कभी भी दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके भोजन ना करें. ऐसा करने से उम्र कम होती है और कई तरह की बीमारियां घेर लेती हैं.
- अन्नदान को हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण बताया गया है. इसलिए अमीर बने रहना चाहते हैं और अपना घर धन-धान्य से भरा रखना चाहते हैं तो समय-समय पर अन्नदान जरूर करें.
- कभी भी थाली में अन्न नहीं छोड़ें. ना ही अन्न का अपमान ना करें.
- भोजन करते समय हमेशा मन शांत रखें. कभी भी भोजन करते समय झगड़ा ना करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)