Ketu Gochar Effects: दूर अंतरिक्ष में जब भी कोई ग्रह या नक्षत्र चाल बदलता है तो उसका असर सभी राशियों पर पड़ता है. ज्योतिष शास्त्र में केतु एक रहस्यमयी और छाया ग्रह माना गया है. केतु एक धर्म प्रधान और कर्म प्रधान ग्रह है. यह अच्छे और बुरे दोनों तरह का प्रभाव डालता है. साल 2023 में वह तुला राशि से निकलकर कन्या राशि में प्रवेश करेंगे. एक राशि से दूसरी राशि में जाने में केतु 18 महीने का वक्त लेता है.


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कब है केतु गोचर?


राहु और केतु किसी राशि में डेढ़ साल तक रहते हैं. 30 अक्टूबर 2023 को तुला राशि से निकलकर केतु कन्या राशि में गोचर करेंगे. यह राशि परिवर्तन दोपहर 1 बजकर 33 मिनट पर होगा. इस गोचर से किनको फायदा होगा, आइए आपको बताते हैं.


वृषभ राशि


केतु इस राशि के छठे भाव में गोचर करेंगे. वृष राशि वालों के रुके हुए काम पूरे हो जाएंगे. साथ ही भाग्य का भी साथ मिलेगा. मेहनत करते रहेंगे तो नतीजे भी अच्छे मिलेंगे. शिक्षा के क्षेत्र में कामयाबी हासिल करेंगे. पुरानी बीमारी से भी छुटकारा मिलेगा.


सिंह राशि


केतु सिंह राशि के तीसरे भाव में गोचर करेंगे. इस दौरान आपको पैतृक संपत्ति हासिल होगी. परिवारवालों का भी सहयोग मिलेगा. पैसों की परेशानी भी दूर होगी. आगे बढ़ने में सहकर्मी आपकी मदद करेंगे. 


धनु राशि


धनु राशि में केतु एकादश भाव में विराजमान रहेंगे. इस दौरान आपके दांपत्य जीवन में मुश्किलें आ सकती हैं. कारोबार में भी तरक्की मिल सकती है. समाज में भी मान-सम्मान मिलेगा. यह गोचर आपकी सारी समस्याएं हल कर देगा. शेयर मार्केट से जो लोग जुड़े हुए हैं, उनको लाभ मिलेगा. 


मकर राशि   


मकर राशि के दशम भाव में गोचर करेंगे. इस दौरान परिवार के साथ थोड़े मतभेद हो सकते हैं. हालांकि आपका साहस इस दौरान बढ़ेगा और कारोबार में तरक्की के रास्ते खुलेंगे. मकर राशि वालों को भाग्य का भी साथ मिलेगा. वर्कप्लेस पर सफलता मिलेगी और दोस्तों का साथ प्राप्त होगा.


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)