Bhagya Rekha konsi hoti hai: व्‍यक्ति अपनी मेहनत से बहुत कुछ पा सकता है लेकिन कई बार कड़ी मेहनत भी काम नहीं आती है. वहीं कुछ लोग बिना मेहनत या कम मेहनत-योग्‍यता के भी बहुत कुछ पा लेते हैं. ऐसी स्थिति के पीछे वजह है व्‍यक्ति का भाग्‍य. यदि भाग्‍य अच्‍छा हो तो व्‍यक्ति जीवन में खूब धनवान बनता है. मान-सम्‍मान, ख्‍याति पाता है. ऊंचा पद पाता है. ऐसा भी कह सकते हैं कि जिन लोगों के हाथ में भाग्‍य रेखा या शनि रेखा शुभ होती है, उन पर शनि देव की हमेशा कृपा रहती है. 


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हाथ में भाग्य रेखा कहां होती है? 


भाग्य रेखा हथेली के बीच में खड़ी रेखा होती है. यह हथेली के निचले हिस्‍से में कहीं से भी शुरू हो सकती है लेकिन आगे बढ़कर शनि पर्वत तक जाती है. शनि पर्वत हथेली की सबसे बड़ी उंगली के नीचे होता है. चूंकि यह रेखा शनि पर्वत तक जाती है इसलिए इसे शनि रेखा कहते हैं. जिन लोगों के हाथ में यह रेखा हो और स्‍पष्‍ट हो, वे किस्‍मत के धनी होते हैं. 


ऐसी भाग्‍य रेखा बेहद शुभ 


- हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, यदि भाग्य रेखा हथेली के बीच में आकर बृहस्पति के क्षेत्र तक चली जाए तो ऐसे लोग जीवन में खूब सफलता पाते हैं. इन्‍हें बड़ा पद और खूब मान-सम्‍मान मिलता है. 


- यदि किसी व्यक्ति के हाथ में भाग्य रेखा चंद्र क्षेत्र से शुरू हो और बृहस्पति क्षेत्र तक जाए तो ऐसे जातक विपरीत लिंग के किसी की मदद से बड़ी सफलता पाते हैं. इसके लिए जरूरी है कि भाग्‍य रेखा स्‍पष्‍ट हो. 


- जिन लोगों के हाथ में भाग्य रेखा सूर्य पर्वत तक जाए ऐसे जातक बहुत बड़े कारोबारी बनते हैं. वे बड़े कलाकार भी बनते हैं. 


- यदि भाग्‍य रेखा बुध क्षेत्र तक जाए तो व्‍यक्ति कारोबार के जरिए अकूत धन और शोहरत कमाता है. ऐसे जातकों का व्‍यापार देश-विदेश में फैला होता है. 


- जिन जातकों के हाथ में भाग्य रेखा अपने स्वाभाविक स्थान से आरंभ होकर सीधे जाए और फिर घूम कर मंगल क्षेत्र तक जाए तो ऐसे जातक बड़े लीडर बनते हैं. वे अपने साहस और नेतृत्‍व क्षमता के कारण बड़े पद पर पहुंचते हैं और खूब नाम-शोहरत पाते हैं. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


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