Lucky Gemstone: ज्योतिष में रत्नों का विशेष महत्व बताया गया है, क्योंकि रत्नों के द्वारा हम कुछ हद तक ग्रहों से लाभ पा सकते हैं. अक्सर सुना होगा कि कुंडली में ग्रह तो आपके फेवर में हैं, लेकिन कुछ उनमें पोटेंशियल कम है. यानी कि वह पूर्ण फल आपको नहीं दे पा रहे हैं. रत्न के द्वारा ग्रहों को बल दिया जा सकता है. सभी लग्न के लिए अलग-अलग ग्रह फेवर में होते हैं और उन्हीं के आधार पर रत्न पहनना चाहिए.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मूंगा- मेष लग्न में मंगल स्वामी होते हैं. जिन लोगों को पूर्ण रूप से मंगल का फल नहीं मिल पा रहा है तो वह मूंगा रत्न पहन सकते हैं. इसको पहनने से आयु, बुद्धि, ऊर्जा शक्ति, यश एवं मान-सम्मान की प्राप्ति होती है. मूंगा आपको मजबूत बनाता है. रोगों से लड़ने की क्षमता देता है. रत्न धारण करने से पहले किसी अच्छे ज्योतिषी से सलाह अवश्य लेना चाहिए.


मेष में और कौन से दो रत्न 


माणिक्य- मेष लग्न मंगल के बाद सूर्य महत्वपूर्ण ग्रह है. यहां मेष लग्न में पंचम के स्वामी और मंगल के मित्र कह गए हैं. पंचम स्थान जो की बुद्धि संतान प्रसिद्धि उच्च शिक्षा आत्मविश्वास में बढ़ोतरी आदि को दर्शाता है. ऐसे में यदि सूर्य ही कमजोर पड़ जाए तो इन सब में कमी देखने को मिल जाती है. कुंडली में यदि सूर्य की स्थिति कमजोर हो तो माणिक धारण करना चाहिए. यह सूर्य की महादशा में पहनना अति लाभकारी होगा. 


पुखराज- गुरु को मेष लग्न में नवम और द्वादश का आधिपत्य प्राप्त हुआ है. इस लग्न वालों के लिए भाग्य में वृद्धि और विदेश यात्रा पाने के लिए गुरु का सहारा लेना होगा. यदि वह कमजोर हो जाए या किसी ऐसे ग्रह से युति बनाए, जो आपके फेवर में ना हो तो वह आपको पूर्ण फल नहीं दे पाएंगे. भाग्य उन्नति, मान प्रतिष्ठा, विदेश यात्रा एवं आर्थिक उन्नति आदि में बाधाओं का सामना करना पड़ेगा. ज्योतिषी की सलाह से इसे सही समय पर धारण करना चाहिए, क्योंकि जहां एक ओर गुरु शुभ फल देगे तो वहीं वह वजन भी बढ़ाएंगे.


Surya Gochar 2023: सूर्य गोचर का इन राशियों के सेहत पर पड़ेगा असर, आज से शुरू करें ये उपाय
Surya Gochar 2023: सूर्य इस राशि वालों को पूरे 1 महीने कराएंगे मौज, अच्छे संस्थान में मिलेगी नौकरी