Maha Shivratri: भारत में महाशिवरात्रि का काफी महत्व है. महाशिवरात्रि के मौके पर लोग भगवान शिव की पूजा करते हैं और इस दिन शिव मंदिरों में भी काफी भीड़ देखने को मिलती है. फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को होने वाली महाशिवरात्रि का विशेष महत्व होता है. इस साल 18 फरवरी को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाने वाला है. वहीं इस बार की महाशिवरात्रि पर काफी दुर्लभ संयोग भी बन रहा है. इस संयोग के कारण कई राशि वाले लोगों की किस्मत भी चमकने वाली है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

महाशिवरात्रि
भगवान शिव में आस्था रखने वाले लोगों के लिए महाशिवरात्रि पर्व का काफी विशेष महत्व है. इस पर्व पर लोग भगवान शिव की विशेष पूजा करते हैं. साथ ही पूजा में भगवान शिव को भक्त बेर, बेल पत्र और दूध भी चढ़ाते हैं. हालांकि इस बार महाशिवरात्रि पर विशेष संयोग बनने जा रहा है. इस संयोग का फायदा कुछ विशेष राशि के लोगों पर भी दिखने वाला है.


शिवरात्रि
ऐसा माना जाता है कि शिवरात्रि के दिन जो भक्त भगवान शिव की आराधना करता है, भोले शंकर उसके सभी दुखों को हरकर उसे सुख प्रसन्नता और आर्थिक समृद्धि प्रदान करते हैं. कहा जाता है कि शिवरात्रि के मौके पर किया गया रुद्राभिषेक, जप, पूजा और पाठ का फल चार प्रहर की पूजा के बराबर प्राप्त होता है.


बन रहा संयोग
दरअसल, इस साल महाशिवरात्रि के साथ ही शनि प्रदोष व्रत भी पड़ेगा. पुत्र प्राप्ति के लिए इस व्रत का काफी महत्व है. वहीं महाशिवरात्रि पर भगवान शनिदेव कुंभ राशि में विराजमान होंगे. इसके साथ ही भगवान सूर्य अपने पुत्र शनि की राशि कुंभ में चंद्रमा के साथ विराजित होंगे. करियर और आर्थिक मामलों में इससे काफी फायदा मिलता है. साथ ही कई राशि वाले लोगों पर इस संयोग का फायदा भी पड़ने वाला है.


इन राशि वालों को हो सकता है लाभ
वहीं इस संयोग से महाशिवरात्रि पर मेष, वृषभ, मिथुन, धनु, तुला और कुंभ राशि वाले लोगों को काफी फायदा मिलेगा. हेल्थ और करियर के साथ ही धन लाभ होने की भी संभावना बनी हुई है. साथ ही इन राशि वाले लोग अगर महाशिवरात्रि पर व्रत रखते हैं तो उन्हें अच्छा लाभ मिल सकता है. साथ ही महाशिवरात्रि पर भोले शंकर की अराधना करें और रुद्राभिषेक भी करें.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


भारत की पहली पसंद Zeenews.com/Hindi - अब किसी और की ज़रूरत नहीं