वास्तु टिप्स: घर की पूर्व दिशा में न रखें ये चीजें, कंगाल होने में नहीं लगेगी देर!
Vastu Tips for North East in Hindi: वास्तु शास्त्र में घर की उत्तर-पूर्व दिशा यानी कि ईशान कोण को बहुत महत्वूर्ण बताया गया है. इस दिशा के उपयोग को लेकर वास्तु शास्त्र में कुछ खास नियम बताए गए हैं. साथ ही कुछ चीजों को रखने की सख्त मनाही की गई है. वरना देवी-देवता नाराज हो जाते हैं क्योंकि ये दिशा देवी-देवताओं की दिशा होती है. साथ ही इस हिस्से में गलत चीजें रखने से घर में नकारात्मक बढ़ती है. आइए जानते हैं कि घर की उत्तर-पूर्व दिशा को लेकर क्या सावधानी बरतनी चाहिए.
इलेक्ट्रॉनिक चीजें: वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की उत्तर-पूर्व दिशा में कभी भी इलेक्ट्रॉनिक सामान नहीं रखना चाहिए. इलेक्ट्रॉनिक सामान से मतलब फ्रिज, कूलर, वाशिंग मशीन आदि से है. उत्तर-पूर्व में ये सामान रखने से रिश्तों में मनमुटाव पैदा होता है. घर में नकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है.
जूते-चप्पल: वास्तु शास्त्र और धर्म में उत्तर-पूर्व दिशा को देवी-देवताओं की दिशा मानी गई है. इसलिए इस दिशा में मंदिर बनवाना या मंदिर रखना सबसे शुभ माना जाता है. इस दिशा में गलती से भी जूते-चप्पल नहीं रखना चाहिए. ऐसा करने से देवी-देवता रुष्ट हो जाते हैं और घर में कंगाली छाने लगती है. परिवार आर्थिक तंगी से कभी उबर नहीं पाता है.
सीढ़ियां: घर के ईशान कोण में कभी भी सीढ़ियां नहीं बनवानी चाहिए. उत्तर-पूर्व दिशा में बनी सीढ़ियां घर में वास्तु दोष पैदा करती हैं. इससे घर में नकारात्मकता पैदा होती है, धन हानि होती है. परिवार को पैसों की तंगी झेलनी पड़ती है.
भारी समान: उत्तर-पूर्व दिशा में कभी भी भारी चीजें भी नहीं रखनी चाहिए. जैसे भारी फर्नीचर, मशीन या लोहे का सामान, कबाड़ आदि. ऐसा करने से घर में ऊर्जा का संतुलन बिगड़ जाता है. नकारात्मक ऊर्जा हावी रहती है. इससे परिवार के सदस्यों की तरक्की रुक जाती है.
टॉयलेट-वॉशरूम: उत्तर-पूर्व दिशा में कभी शौचालय नहीं बनवाना चाहिए. इस दिशा में टॉयलेट या वॉशरूम बनवाना देवी-देवताओं को नाराज कर देता है. तमाम पूजा-पाठ के बाद भी परिवार पर भगवान का आशीर्वाद नहीं रहता है. घर में कलह-झगड़े होते हैं, तरक्की नहीं होती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)