Pigeons Astrology: धर्म-शास्‍त्रों में कुछ घटनाओं को बहुत अहम माना गया है. ये घटनाएं धन-दौलत, मान-सम्‍मान, सेहत, सौभाग्‍य-दुर्भाग्‍य आद‍ि से जुड़े महत्‍वपूर्ण संकेत देती हैं. रोजमर्रा की घटनाओं से मिलने वाले संकेतों पर पूरा का पूरा शकुन शास्‍त्र लिखा गया है. आज हम शकुन शास्‍त्र में पशु-पक्षियों से जुड़े संकेतों पर बात करते हैं, जिसमें कबूतर भी प्रमुख तौर पर शामिल है. कबूतर को शांति का प्रतीक माना जाता है, साथ ही धर्म-शास्‍त्रों में कबूतर को मां लक्ष्‍मी का भक्‍त माना गया है. आइए जानते हैं कि मां लक्ष्‍मी के भक्‍त कबूतर का घर में आना कैसे संकेत देता है. 


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कबूतर से मिलने वाले शुभ-अशुभ संकेत 


कबूतर के घर में आने का मतलब : शकुन शास्‍त्र में घर में कबूतर का आना शुभ माना गया है. यदि घर की छत-बालकनी पर कबूतर आए तो उसे दाना जरूर डालें. बल्कि रोज ही पक्षियों के लिए दाना रखें. ऐसा करना आपके जीवन के संकट-बाधाएं दूर करता है और जीवन में सौभाग्‍य लाता है. 


कबूतर का घर में घोंसला बनाने का मतलब : कबूतर का घर में घोंसला बनाना अशुभ माना जाता है. कई बार कबूतर घर की बालकनी या छत पर घोंसला बना लेता है. ऐसा होना अच्‍छा नहीं है. कबूतर का घर में घोंसला बनाना आर्थिक स्थिति पर बुरा असर डालता है, साथ ही सेहत संबंधी समस्‍याएं भी देता है. बेहतर होगा कि घोंसला जल्‍दी हटा दें. 


कबूतर का घर के अंदर आना : यदि कबूतर घर की छत-बालकनी पार करके अंदर ही प्रवेश कर जाए तो ये मां लक्ष्‍मी की कृपा होने का संकेत है. यह बताता है कि आपके जीवन में खूब सुख-समृद्धि आने वाली है. ऐसा होने पर कबूतर को दाना जरूर डालें. लेकिन कबूतर को घर में घोंसला नहीं बनाने दें. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
 


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