Shradh 2022 Remedies: पितरों की आत्मा को संतुष्ट करने और उनकी कृपा पाने के लिए पितृ पक्ष का महीने बेहद खास है. ऐसा माना जाता है कि ये 15 दिन हमारे पूर्वज धरती पर वंशजों के बीच आते हैं. इन 15 दिन पितरों की आत्मा को तृप्त करने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए पिंडदान, तर्पण और श्राद्ध कर्म आदि किए जाते हैं. भाद्रपद माह की पूर्णिमा तिथि से पितृ पक्ष की शुरुआत होती है. इन दिनों में पितरों को याद करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है और घर में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पितृ दोष के कारण व्यक्ति को जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. कार्य में कई बाधाएं आती हैं. ऐसे में पितृ पक्ष के दौरान 15 दिन नियमित रूप से कुछ आसान से उपाय कर लिए जाएं, तो व्यक्ति को पितृ दोष से छुटकारा मिलता है. आइए जानें इन उपायों के बारे में.


क्या होता है पितृ दोष 


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति की कुंडली में दूसरे, चौथे, पांचवें, सातवें, नौवें और दसवें भाव में सूर्य और राहु की युति या फिर सूर्य और शनि की युति से पितृ दोष लगता है. वहीं, ऐसा भी कहा जाता है कि सूर्य के तुला राशि में रहने या फिर राहु या शनि के साथ युति होने पर पितृ दोष का प्रभाव बढ़ जाता है. इसके कारण व्यक्ति का जीवन कई समस्याओं से घिर जाता है. हर कार्य में असफलता या बाधा का सामना करना पड़ता है.    


पितृ दोष से मुक्ति के उपाय 


पितृ दोष से मुक्ति के लिए पितृ पक्ष के दौरान कुछ कार्यों को करने से जल्द राहत मिलती है. भाद्रपद की पूर्णिमा तिथि से पितृ पक्ष की शुरुआत होती है और अश्विन अमावस्या तक पितृ पक्ष चलते हैं. ऐसे में इन 15 दिनों तक पितरों से संबंधित कार्य करने से पितर प्रसन्न होते हैं. इन दिनों में पितरों का ज्यादा से ज्यादा स्मरण करना चाहिए. पिंडदान आदि कर पितरों से अपनी गलतियों की क्षमा मांगने से पितर पर्सन्न होते हैं और वंशजों को आशीर्वाद देते हैं.  


गाय की सेवा से मिलता है फल


पितृ पक्ष में गाय की सेवा का विशेष फल मिलता है. इन दिनों में गाय को भोजन अवश्य कराएं. इसके साथ ही, इस बात का ध्यान रखें कि गाय को सात्विक भोजन कराएं. ऐसा माना जाता है कि गाय को भोजन कराने से पितृ दोष से राहत मिलती है. 


अपनी फ्री कुंडली पाने के लिए यहां क्लिक करें
 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)