How To Connect With God: हिंदु शास्त्रों में मेडिटेशन या ध्यान को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है. कहते हैं कि मानसिक तनाव से छुटकारा पाने का एक उत्तम उपाय मेडिटेशन है. सही विधि से किए गए मंत्र जाप से जहां व्यक्ति के दिमाग को शांति मिलती है. वहीं, दूसरी ओर व्यक्ति खुद को भगवान के करीब महसूस करता है. 


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कहते हैं कि सोहम शब्द ओम मंत्र के जाप से भी ज्यादा पॉवरफुल है. शास्त्रों में कहा गया है कि सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रीया सोहन साधना है. इस दौरान सांस लेते समय 'सो' और छोड़ते समय 'हम' की ध्वनि दिमाग में बोलें. सोहम मंत्र के जाप से व्यक्ति का गुस्सा नियंत्रित होता है. आइए जानते हैं सोहम मंत्र जाप करने का सही तरीका और फायदे. 


जानें क्या है सोहम मेडिटेशन 


शास्त्रों के अनुसार सोहम मंत्र जाप से आपकी एकाग्रता, स्पष्टता और आंतरिक स्थिरता का विकास होता है. इससे व्यक्ति के दिमाग की जागरूकता बढ़ती है. साथ ही, व्यक्ति नियंत्रित और संयमित बना रहता है.कहते हैं कि अगर इस मंत्र का नियमित जाप किया जाए, तो व्यक्ति सीधा भगवान शिव के करीब जाता है. 


जानें सोहम का मतलब


शास्त्रों में सोहम शब्द का अर्थ शिव से बताया गया है. कहते हैं कि सांस लेते समय मस्तिष्क में 'सो' का उच्चारण करें, और सांस छोड़ते समय 'हम' शब्द का उच्चारण करने से व्यक्ति भगवान के करीब पहुंचता है. सो का मतलब होता है उच्चतर चेतना और हम का मतलब है ईगो या अहम. ऐसे में सांस लेते समय आप उच्चतर चेतना अपने अंदर लेते हैं और सांस छोड़ते समय अपने अहम को बाहर निकालते हैं. 


बता दें कि कुछ लोग इसे हमसा भी बोलते हैं. जिस प्रकार सोहम का अर्थ शिव से बताया गया है उसी प्रकार हमसा का मतलब शक्ति से है. ऐसे में अगर आप सोहम या हमसा का उच्चारण करते हैं तो इसका अर्थ होता है शिव-शक्ति. इसके चमत्कारी लाभ के लिए नियमित रूप से मंत्र जाप करने से विशेष लाभ होता है. 


 


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)