Vastu Tips: आमतौर पर लोगों को अपने घरों में बिस्तर पर बैठ कर खाते देखा जाता है. हिन्दू शास्त्रों के अनुसार, बिस्तर पर भोजन करना उचित नहीं माना जाता है. वास्तु शास्त्रों में बताया गया है कि जो व्यक्ति बिस्तर पर बैठकर खाना खाते हैं, वे माता लक्ष्मी की कृपा से वंचित रहते हैं. भोजन के समय कुछ विशेष नियम और विधान होते हैं, जिन्हें पालन करना चाहिए. यह भी माना जाता है कि भोजन को एक शुद्ध और शांत स्थान पर किया जाना चाहिए. 


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वास्तु शास्त्र
प्राचीन समय में, लोग अक्सर रसोई में जमीन पर बैठकर खाना पसंद करते थे. ऐसा माना जाता था कि इससे खाने के स्वास्थ्य लाभों का अधिकतम उपयोग होता है. भोजन करते समय शरीर का सही मुद्रा में होना भी जरूरी है, जो बिस्तर पर बैठकर नहीं हो पाता.
ज्योतिष शास्त्र में भोजन और उससे संबंधित ग्रहों के प्रति सम्मान की भी चर्चा होती है. राहु, जिसे अशुभ ग्रह माना जाता है, उसको भी प्रसन्न करने के लिए भोजन की समाज में विशेषता मानी जाती है. शास्त्रों में मान्यता है कि बिस्तर पर भोजन करने से राहु नाराज होते हैं, जिससे समृद्धि में घातक हो सकता है. 


वैज्ञानिक दृष्टिकोण
यदि हम वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखें, तो भी बिस्तर पर भोजन करना सेहत के लिए सही नहीं है. बिस्तर पर भोजन करते समय लोग अक्सर टेलीविजन देखते हैं या अन्य गतिविधियों में व्यस्त रहते हैं, जिससे उनका ध्यान खाने पर पूरी तरह से नहीं होता. इसके परिणामस्वरूप, ओवर ईटिंग हो सकती है, और खाने में उत्तम जीवनशैली खराब हो सकती है. बिस्तर पर खाने के कुछ कण बिस्तर पर गिर सकते हैं, जिससे कीटाणु बढ़ सकते हैं, जो त्वचा संबंधित समस्याओं का कारण बन सकते हैं. शास्त्रों की मान्यता हो या सेहत संबंधित सलाह, दोनों ही बताते हैं कि हर काम के लिए नियुक्त स्थान पर ही उसे करना चाहिए. यह सुनिश्चित करता है कि हमारा शरीर और मन संतुलित रहें.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)