Year Ender 2022: 2022 में इन ग्रह गोचर और योगों से लोगों के जीवन में आया बड़ा बदलाव तो कुछ लोगों के खाते हुए खाली!
Grah Gochar In 2022: साल 2022 में कई ऐसे ग्रहों ने साल में गोचर किया या फिर ऐसे योग बने, जिससे कई लोगों के जीवन पर शुभ तो कई के जीवन पर अशुभ प्रभाव देखने को मिला. सूर्य और चंद्र ग्रहण समेत कई योग से लोगों के जीवन पर खासा प्रभाव पड़ा.
Good Bye 2022: वैदिक ज्योतिष के अनुसार हर ग्रह एक निश्चित समय पर ही अपना स्थान परिवर्तन करता है. ग्रहों के गोचर से कई योगों का निर्माण होता है. ये गोचर और योग कई राशि के जातकों के लिए शुभ साबित होते हैं, तो कुछ के लिए कई तरह की मुश्किलें खड़ी कर देते हैं. साल 2022 खत्म होने वाला है. ऐसे में आज हम जानते हैं, सालभर किन बड़े ग्रहों के गोचर और योगों ने लोगों के जीवन को प्रभावित किया है.
साल 2022 के प्रमुख ग्रह गोचर
- शुक्र ग्रह गोचर- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर माह कई ग्रह गोचर करते हैं. इस साल 27 अप्रैल को शुक्र ग्रह ने कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में गोचर किया था. शुक्र का ये गोचर कुछ राशियों के लिए शुभ तो कई राशि के जातकों के लिए अशुभ रहा.
- गुरु मंगल योग- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 13 अप्रैल 2022 को गुरु और 17 मई 2022 मंगल ने मीन राशि में गोचर कर गुरु मंगल योग का निर्माण किया.
- शश योग- इस साल 2022 में 29 अप्रैल से 12 जुलाई 2022 तक का समय मकर राशि के लोगों के लिए शुभ नहीं था. बता दें कि शनि का मकर या अपनी ही उच्च राशि में प्रवेश शश योग का निर्माण होता है. 13 जुलाई 2022 से शश योग रहा जो कि मकर और कुंभ राशि के जातकों के लिए शुभ रहा है.
- सूर्य ग्रहण- बता दें कि साल 2022 में 30 अप्रैल को साल का पहला सूर्य ग्रहण और 25 अक्टूबर को दूसरा सूर्य ग्रहण पड़ा. दोनों का ही प्रभाव कुछ राशि के जातकों के लिए शुभ तो कुछ के लिए अशुभ रहा.
- चंद्र ग्रहण- साल 2022 में पहला चंद्र ग्रहण 16 मई और दूसरा ग्रहण 8 नवंबर 2022 को पड़ा.
- बुधादित्य योग- वैदिक ज्योतिष अनुसार 8 अप्रैल से 25 अप्रैल 2022 तक बुध का सूर्य के साथ रहने से बुधादित्य योग कहलाया. इस योग में जातकों का विवेक बढ़ता है.
- शनि का कुंभ में गोचर- साल 2022 में ग्रहों का सबसे बड़ा गोचर 29 अप्रैल 2022 में हुआ. 30 साल बाद शनि का कुंभ राशि में गोचर हुआ था. ये गोचर 12 जुलाई तक रहा था.
- नवपंचम राजयोग- नवंबर माह में 4 ग्रहों के योग से नवपंचम राजयोग का निर्माण हुआ. बता दें कि इस साल 11 नवंबर को गुरु का शुक्र और 13 नवंबर को बुध के साथ गोचर होने से नवपंचम योग बना. वहीं, 16 नवंबर को सूर्य ने वृश्चिक राशि में प्रवेश किया. इससे गुरु और सूर्य ने भी नवपंचम राजयोग का निर्माण किया. ये समय इस ग्रहों की प्रधान राशियों के लिए खूब लाभदायी समय रहा.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)