Used car benefits: कार खरीदना बहुत लोगों का सपना होता है लेकिन बजट के चलते हर किसी के लिए नई कार खरीदना संभव नहीं होता. इस समय भारतीय बाजार में सबसे सस्ती कार भी आपको चार या पांच लाख रुपए से कम में नहीं मिल पाएगी. ऐसे में हम आपको सलाह देंगे कि अगर आपका बजट बहुत ज्यादा नहीं है तो आपको अपनी पसंद की कार सेकंड हैंड मार्केट से लेनी चाहिए. यहां हम आपको सेकंड हैंड गाड़ी (Second Hand Car) खरीदने के चार ऐसे छिपे हुए फायदे भी बताने वाले हैं जो शायद आपको पहले किसी ने ना बताए हों. 


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1. जब भी हम नई कार खरीदते हैं तो कार निर्माता कंपनी इसे शुरुआती कुछ दिन के लिए धीमी स्पीड पर चलाने की सलाह देती है. लेकिन पुरानी कार के साथ ऐसी कोई झंझट नहीं रहती. आप जिस दिन भी कार खरीदेंगे, उसी दिन से इसे हाई स्पीड पर इस्तेमाल कर सकते हैं. 


2. नई कार खरीदने के कुछ दिनों बाद तक आप को यह डर लगा रहता है कि गाड़ी पर कोई स्क्रेच ना आ जाए. जब पहला स्क्रैच लगता भी है तो आपको बुरा फील होता है. लेकिन पुरानी गाड़ी के साथ आपकी यह झंझट ही खत्म हो जाती है. बल्कि कई लोग तो स्क्रैच की टेंशन लेते ही नहीं. 


3. पुरानी गाड़ी के साथ आपको टैक्स की भी झंझट नहीं रहती. जबकि नई कार खरीदने पर आपको आरटीओ से लेकर पर्यावरण सेस तक, कई तरह के टैक्स चुकाने पड़ते हैं. इसी वजह से नई कार की एक्स शोरूम कीमत के बाद भी आपको कई लाख रुपए चुकाने पड़ जाते हैं, जोकि सेकंड हैंड गाड़ी के साथ नहीं है. 


4. चौथी और सबसे खास वजह है कि आपको कम बजट में भी ज्यादा फीचर लोडेड गाड़ी मिल जाती है. आप सेकंड हैंड मार्केट में तीन से 4 लाख रुपये में भी बेहतरीन फीचर्स वाली गाड़ी खरीद सकते हैं. जबकि नई गाड़ी खरीदने के दौरान इस बजट में आपको बेहद बेसिक कार ही मिल पाएगी.