Car Manufacturers On Bharat NCAP: मोदी सरकार कारों की सेफ्टी टेस्ट करने और उन्हें रेटिंग देने के लिए देश में Bharat-NCAP (भारत-न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम) स्थापित करने की ओर बढ़ रही है. सरकार का लक्ष्य इस कार्यक्रम को पहली अक्टूबर, 2023 से लागू करने का है. सरकार के इस कदम को देश की प्रमुख वाहन कंपनियों  से सराहना मिल रही है. मारुति सुजुकी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स और टोयोटा किर्लोस्कर सहित देश की प्रमुख वाहन कंपनियों ने भारत-एनसीएपी को घरेलू उद्योग के लिए सही दिशा में उठाया गया अच्छा कदम करार दिया है.


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इसका स्वागत करते हुए वाहन विनिर्माताओं ने कहा कि इससे देश में अधिक सुरक्षित कारों के उत्पादन को प्रोत्साहन मिलेगा. महिंद्रा एंड महिंद्रा के अध्यक्ष (वाहन प्रौद्योगिकी और उत्पाद विकास) वेलुसामी आर ने कहा, ‘‘महिंद्रा में हमारा मानना ​​है कि यह सड़क परिवहन मंत्रालय के ठोस कदमों में से है. हम भारत-एनसीएपी के क्रियान्वयन का स्वागत करते हैं.’’


वहीं, मारुति सुजुकी इंडिया के कार्यकारी अधिकारी (कॉरपोरेट मामले) राहुल भारती ने कहा कि कंपनी इस पहल का समर्थन करती है. उन्होंने कहा, ‘‘सैद्धांतिक रूप से ग्राहकों को सही सूचना के साथ सशक्त करना हमेशा से एक सकारात्मक कदम रहा है और हम इसका समर्थन करते हैं.’’ इनके अलावा, टाटा मोटर्स की ओर से कहा गया कि वह हमेशा से सरकार के सुरक्षित परिवहन के कदम का समर्थन करती रही है और भविष्य में भी ऐसा ही करेगी.


किआ इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) तेई जिन पार्क ने कहा कि यह कदम भारतीय वाहन उद्योग के लिए काफी अच्छा है.  टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हमारा मानना ​​है कि भारत-एनसीएपी सही दिशा में उठाया गया एक कदम है.


इसी तरह की राय जताते हुए स्कोडा ऑटो इंडिया के ब्रांड निदेशक पीटर सोल्क ने कहा कि भारत सरकार सुरक्षा नियमनों और नीतियों पर अधिक जोर दे रही है जिससे कार की सुरक्षा को बेहतर करने में मदद मिलेगी.


(इनपुट- भाषा)