Seat belt alarm blockers: बड़े उद्योगपति साइरस मिस्त्री की मौत के बाद से सरकार कार सेफ्टी नियमों को लेकर सख्त हो गई है. यह साफ कहा गया है कि सिर्फ आगे ही नहीं, पीछे वाले पैंसेजर्स के लिए भी सीट बेल्ट लगाना अनिवार्य है. इसके अलावा बाजार में सीट बेल्ट अलार्म ब्लॉकर्स (seat belt alarm blockers) जैसे प्रोडक्ट भी धड़ल्ले से बेचे जा रहे हैं. इन्हें आसानी से ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से खरीदा जा सकता था. हालांकि अब Amazon, Flipkart और Boodmo जैसे ऑनलाइन रिटेलर्स ने इन प्रोडक्ट्स को पूरी तरह बैन कर दिया है. ऐसा सरकारी आदेश के चलते किया गया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ऑटोकार इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, ये प्रोडक्ट कल शाम तक बेचे जा रहे थे, लेकिन अब उपलब्ध नहीं है. आपको बता दें कि यह एक प्रकार की डमी सीटबेल्ट होती हैं. बहुत से लोग सीट बेल्ट लगाने से बचने के लिए इन्हें गाड़ी में फिट कर देते हैं, जिससे अलार्म नहीं बजता. बाजार में सीट बेल्ट लॉक क्लिप 100 से 500 रुपये के बीच में मिल जाता है. लेकिन यह सीधे तौर पर सेफ्टी के साथ खिलवाड़ है. 


इस मुद्दे को हाल ही में केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भी उठाया था. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, गडकरी ने अमेज़न से सुरक्षा के मुद्दे का हवाला देते हुए ऐसे प्रोडक्ट की बिक्री को रोकने के लिए कहा था. गडकरी ने पुराने किस्से का जिक्र करते हुए बताया कि वह कुछ समय पहले चार मुख्यमंत्रियों की गाड़ियों में बैठे थे और उन सभी की गाड़ियों की फ्रंट सीट पर सीट बेल्ट के सॉकेट पर क्लिप लगी हुई थी, जिससे चेतावनी अलार्म ना बजे.


सीट बेल्ट ब्लॉकर्स के खिलाफ यह कार्रवाई टाटा संस पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की सड़क दुर्घटना में हुई मौत के बाद की गई है. रिपोर्ट के अनुसार, पीछे की सीट पर सीट बेल्ट नहीं पहने हुए थे. हाल ही में गडकरी ने कहा था कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय पीछे की सीट के यात्रियों के लिए सीट बेल्ट चेतावनी अलार्म सिस्टम अनिवार्य बनाने पर विचार कर रहा है. 



ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर