इस कंपनी ने 38 हजार में लॉन्च किया स्कूटर, माइलेज है जबरदस्त
कोयंबटूर स्थित इलेक्ट्रिक व्हीकल मैन्युफैक्चर एम्पेयर व्हीकल्स (Ampere Vehicles) ने इंडियन मार्केट में दो नए इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्च किए हैं.
नई दिल्ली : कोयंबटूर स्थित इलेक्ट्रिक व्हीकल मैन्युफैक्चर एम्पेयर व्हीकल्स (Ampere Vehicles) ने इंडियन मार्केट में दो नए इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्च किए हैं. कंपनी की तरफ से पेश किए गए एम्पेयर वी48 की कीमत 38 हजार रुपये और रियो Li-Ion की कीमत 46 हजार रुपये है. दोनों ही स्कूटर में लिथियम-ऑयन बैटरी पैक चार्जर दिया गया है. 25 किमी प्रति घंटे की टॉप स्पीड वाले इस स्कूटर के रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं है. आपको बता दें कि एम्पेयर व्हीकल्स पिछले एक साल से ही इलेक्ट्रिक मोटर और इलेक्ट्रिक स्कूटर बना रही है.
250W का ब्रशलेस डीसी मोटर
दोनों ही स्कूटर में 250W का ब्रशलेस डीसी मोटर है. यह 48 वोल्ट की लिथियम ऑयल बैटरी से एनर्जी लेता है. कंपनी की तरफ से पेश किया गया रियो Li-Ion स्कूटर पर 120 किलोग्राम वजन और एम्पेयर वी48 पर 100 किलोग्राम तक आसानी से ले जाया जा सकता है. कंपनी का दावा है एक बार चार्ज करने पर दोनों ही स्कूटर 65 से 70 किमी तक की दूरी तय करने में सक्षम हैं. दोनों ही स्कूटर को फुल चार्ज करने में 4 से 5 घंटे का समय लगता है.
3000 में मिलेगा लिथियम-ऑयल चार्जर
दो स्कूटर लॉन्च करने के अलावा कंपनी ने एक लिथियम-ऑयल चार्जर भी पेश किया है, इसकी कीमत 3000 रुपये है. चार्जर में दो स्टेज प्रोफाइल है, जिससे वोल्टेज और करंट का लेवल बदला जा सकता है. ऐम्पेयर की फिलहाल 14 राज्यों में 150 डीलरशिप हैं. कंपनी का मेन फोकस टियर II और टियर III शहरों में कारोबार बढ़ाने पर है. देश में 2008 से कारोबार शुरू करने के बाद अब तक ऐम्पेयर 35 हजार से ज्यादा इलेक्ट्रिक स्कूटर की बिक्री कर चुकी है.
कंपनी का रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर कोयंबटूर में है. यहां इलेक्ट्रिक मोटर, चार्जर और बैटरी कंट्रोलर बनाए जाते हैं. बैटरी पैक्स को ताइवान और चीन से मंगाया जाता है. आपको बता दें कि बढ़ते प्रदूषण स्तर को ध्यान में रखते हुए सरकार भी इलेक्ट्रिक वाहनों पर फोकस कर रही है. पिछले दिनों खबर भी आई थी कि सरकार इलेक्ट्रिक कार को खरीदने पर ढाई लाख रुपये तक की सब्सिडी और इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर खरीदने पर 30 हजार तक की सब्सिडी दे सकती है.
इस बार फरवरी में आयोजित किए गए ऑटो एक्सपो 2018 में भी कंपनियों का फोकस इलेक्ट्रिक व्हीकल पर ही ज्यादा रहा था. मारुति, होंडा और रिनॉल्ट जैसी कई कार निर्माता कंपनियों ने इलेक्ट्रिक कारों के कॉन्सेप्ट वर्जन पेश किए थे.