Petrol density in india: पेट्रोल और डीजल भरवाने के समय को लेकर एक जानकारी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. इसके अनुसार, पेट्रोल या डीजल को सुबह या रात को भरने से गाड़ी में माइलेज अच्छा मिलता है. इसमें दावा किया जा रहा है कि सुबह और रात के समय तापमान कम होने से फ्यूल की डेंसिटी बढ़ जाती है, और आपको ज्यादा मात्रा में पेट्रोल या डीजल मिलता है. दिन के समय तापमान ज्यादा होने के कारण इसकी डेंसिटी कम हो जाती है और पेट्रोल सही मात्रा में नहीं मिलता है. इस बात के चलते पेट्रोल पंप पर सुबह और देर शाम या रात को भीड़ देखने को मिल रही है.


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लेकिन यह अफवाह पूरी तरह से गलत है. पेट्रोल और डीजल आप किसी भी समय अपनी गाड़ी में भरवा सकते हैं, और आपको वही डेंसिटी मिलेगी जो सरकार द्वारा निर्धारित है. यदि डेंसिटी में कुछ फर्क आ रहा है तो इसमें समय का कोई लेना देना नहीं है, क्योंकि पेट्रोल पंप पर आपके साथ धोखा हो रहा है. सरकार द्वारा निर्धारित डेंसिटी को नापने के लिए पंप पर मशीनें होती हैं, और ये मशीनें तापमान का कोई असर नहीं होने देती हैं. जो डेंसिटी है वही डेंसिटी रहती है, चाहे आप रात को भरवाएं या सुबह.


सरकार द्वारा निर्धारित पेट्रोल की डेंसिटी 730 से 800 किलोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर होती है, और वहीं डीजल की डेंसिटी 830 से 900 किलोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर होती है. इस डेंसिटी के पेट्रोल-डीजल को पूरी तरह से शुद्ध माना जाता है और इस पर तापमान का कोई असर नहीं होता है. इसलिए, आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है कि डेंसिटी में कुछ फर्क होने से आपको कम माइलेज मिलेगा. इसलिए, अगर आपकी गाड़ी का पेट्रोल या डीजल खत्म हो जाए तो आप बिना किसी चिंता के अपनी गाड़ी को भरवा सकते हैं.