Disc Brake Holes: भारत में दोपहिया वाहनों की खूब बिक्री होती है. लोग डेली कम्यूटिंग से लेकर लॉन्ग ट्रिप्स तक के लिए टू-व्हीलर से सफर करते हैं. इन दिनों की बाइक्स में भी कई शानदार सेफ्टी फीचर्स मिलने लगे हैं. ऐसा ही एक सेफ्टी फीचर्स बाइक में मिलने वाले डिस्क ब्रेक है. अगर आप डिस्क ब्रेक का डिजाइन देखेंगे तो इसमें आपको छोटे-छोटे कई छेद (Hole) दिखाई देंगे. यह सिर्फ डिजाइन का हिस्सा नहीं होते, बल्कि आपकी सेफ्टी इन्हीं के जरिए सुनिश्चित की जाती है. आइए इनका असली मकसद समझते हैं. 


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दुर्घटना से बचाते हैं
सबसे पहले जानते हैं कि Disk Brake काम कैसे करते हैं. असल में इसमें एक डिस्क प्लेट होती है, जो ब्रेक कैलिपर के पिस्टन के दबाव से वाहन को रोकने का काम करती है. यानी, ब्रेक प्लेट और कैलिपर पिस्टन के बीच घर्षण उत्पन्न होता है, जिससे बाइक को जल्दी रोका जा सकता है.


इन डिस्क ब्रेक होल्स का अद्भुत काम है ब्रेक प्लेट को ठंडा बनाना. अगर आप ब्रेक का इस्तेमाल अधिक करते हैं, तो ब्रेक प्लेट बहुत गरम हो सकती है, जिससे उसका नुकसान हो सकता है. ये छेद ब्रेक प्लेट को ठंडा बनाए रखने में मदद करते हैं, जिससे उसकी लंबी उम्र होती है और वह टूटती नहीं है. 


बैलेंसिंग का काम
इन छेदों का एक और महत्वपूर्ण उद्देश्य है बाइक के बैलेंस को सुधारना. बरसात के मौसम में बाइक के डिस्क ब्रेक में पानी जमा हो सकता है, जिससे उसकी ग्रिप कम हो जाती है. डिस्क ब्रेक होल्स से पानी आसानी से बाहर निकल जाता है और इससे ब्रेक की पकड़ अच्छी बनी रहती है, जो सुरक्षा को बढ़ावा देता है. इस तरह, डिस्क ब्रेक होल्स न केवल बाइक की दिखावटी सुंदरता को बढ़ाते हैं, बल्कि आपकी सुरक्षा और सुखद राइडिंग का भी सफर सुनिश्चित करते हैं.