Why Bike Taxi Banned In Delhi: दिल्ली सरकार ने हाल ही में दिल्ली में बाइक टैक्सी पर रोक लगा दी है. लेकिन, दिल्ली से बिल्कुल सटे गुरुग्राम और नोएडा जैसे शहरों (नेशनल कैपिटल रीजन-NCR, दिल्ली के अलावा) में बाइक टैक्सी चल रही हैं. ऐसा क्यों? दरअसल, दिल्ली में बाइक टैक्सी बंद करने के पीछे दिल्ली सरकार का तर्क है कि टैक्सी के तौर पर सिर्फ कॉमर्शियल रजिस्ट्रेशन वाले व्हीकल्स ही चल सकते हैं जबकि बाइक्स, कॉमर्शियल नहीं बल्कि प्राइवेट रजिस्ट्रेशन वाली हैं. 


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ऐसा तर्क देने वाला दिल्ली अकेला राज्य नहीं है. तमिलनाडु, महाराष्ट्र और चंडीगढ़ भी इसी तर्क पर बाइक टैक्सी बैन कर चुके हैं. लेकिन, सवाल यह भी है कि अगर इन जगहों पर बाइक टैक्सी चलाना अवैध है तो बाकि राज्यों पर कैसे चल रही हैं, क्या वहां अवैध रूप से बाइक टैक्सी चल रही हैं? नहीं, ऐसा नहीं है. दरअसल, केंद्र सरकार ने टू-व्हीलर्स के कॉमर्शियल रजिस्ट्रेशन की अनुमति दे रखी है. 


केंद्र सरकार द्वारा जारी इससे जुड़े नियमों के अनुसार लोग अपने टू-व्हीलर्स का कॉमर्शियल रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं लेकिन दिल्ली समेत कई राज्य इस नियम को मानते नहीं हैं. इसीलिए, यह परेशानी सामने आ रही है. जो राज्य केंद्र सरकार के नियम को मानते हैं, वहां यह परेशानी नहीं है. नोएडा, उत्तर प्रदेश का हिस्सा है और गुरुग्राम, हरियाणा का हिस्सा है. 


हरियाणा ने 2015 में बाइक टैक्सी को पब्लिक ट्रांसपोर्ट में इस्तेमाल करने की इजाजत दे दी थी और उत्तर प्रदेश में 2017 में रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी द्वारा 4 जिलों- गाजियाबाद, नोएडा, हापुड़ और बुलंदशहर में बाइक टैक्सी को अनुमति दे दी गई थी. हालांकि, यहां बाइक टैक्सी चलाने के लिए कॉमर्शियल रजिस्ट्रेशन को अनिवार्य किया गया था, नॉर्मल रजिस्ट्रेशन पर बाइक टैक्सी चलाने की अनुमति नहीं है.


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