Bike Mileage Boosting: बाइक में मोटे टायर्स इस्तेमाल करने को माइलेज के लिए खराब बताया जाता रहा है. ऐसा बोलते हैं कि अगर आप अपनी बाइक के स्टॉक टायर्स को हटाकर बाइक में वाइड टायर्स लगवा लेते हैं तो इससे बाइक ज्यादा फ्यूल कंज्यूम करने लगती है जिससे हर महीने आपको कई बार फ्यूल भरवाना पड़ता है. जिससे आपका बजट बिगड़ सकता है.


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पतले टायर्स से माइलेज होता है बूस्ट 


बाइक में पतले टायर इस्तेमाल करने से माइलेज में सुधार हो सकता है, लेकिन इसे दोगुना करने की बात पूरी तरह सटीक नहीं है. पतले टायरों का फायदा यह है कि इनका रोलिंग रेसिस्टेंस (rolling resistance) कम होता है, यानी जमीन से घर्षण कम होने के कारण इंजन पर कम दबाव पड़ता है, जिससे इंजन को कम पावर इस्तेमाल करनी पड़ती है और ईंधन की खपत भी कम होती है. इसलिए, पतले टायर का उपयोग करने से थोड़ी बेहतर माइलेज मिल सकती है.


चौड़ाई घटाना भी हो सकता है जोखिम भरा 


हालांकि, बाइक टायर की चौड़ाई को बहुत ज्यादा कम करना भी जोखिम भरा हो सकता है क्योंकि पतले टायर ग्रिप कम देते हैं, खासतौर पर बारिश में या फिसलन भरी सड़कों पर, जिससे बाइक की स्टेबिलिटी और सेफ्टी प्रभावित हो सकती है. इसके अलावा, टायरों का सही प्रकार और चौड़ाई बाइक के डिज़ाइन, वजन और इंजन क्षमता के अनुसार चुनी जानी चाहिए. ऐसे में बाइक के साथ मिलने वाले स्टॉक टायर्स को ही लगाना और इस्तेमाल करना सबसे अच्छा तरीका है जिससे आप बाइक का माइलेज भी बढ़ा सकते हैं और इसे सुरक्षित तरीके से चला भी सकते हैं. दूसरे फैक्टर जैसे कि इंजन की स्थिति, गियर का सही इस्तेमाल, बाइक की सर्विसिंग, और राइडिंग स्टाइल भी माइलेज पर काफी प्रभाव डालता है. स्टॉक टायर्स के साथ बाइक चलाने में आपको किसी भी तरह की परेशानी नहीं आएगी और बाइक अच्छा-खासा माइलेज भी निकाल कर देती है.