Maruti Suzuki Price Cut: मारुति सुजुकी, भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी है जिसने 2 सितंबर से अल्टो K10 और एस-प्रेसो के कुछ वेरिएंट्स की कीमतों में कटौती की घोषणा कर दी है. मारुति ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि, "एस-प्रेसो एलएक्सआई पेट्रोल की कीमत ₹2,000 और अल्टो K10 वीएक्सआई पेट्रोल की कीमत ₹6,500 कम की गई है." 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढ़ें: ये महंगी कार भी हो सकती है आपकी, जानें इसके सबसे सस्ते मॉडल की हर एक डिटेल


मंथली सेल रिपोर्ट के बाद सस्ती हुईं कारें 


मारुति सुजुकी की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली में अल्टो K10 की एक्स-शोरूम कीमत ₹3,99,000 से शुरू होती है जबकि एस-प्रेसो की कीमतें राजधानी में ₹4,26,500 (एक्स-शोरूम) से शुरू होती हैं. यह घोषणा कंपनी द्वारा मासिक बिक्री डेटा जारी करने के एक दिन बाद आई है, जिसके अनुसार कंपनी ने अगस्त 2023 की तुलना में 4% कम कारें बेचीं, हालांकि कुल बिक्री 1.82 लाख यूनिट्स पर मासिक आधार पर 1% बढ़ी. कंपनी के डेटा के अनुसार, एस-प्रेसो और अल्टो की कुल बिक्री अगस्त 2024 में घटकर 10,648 यूनिट्स रह गई, जो अगस्त 2023 में 12,209 यूनिट्स थी.


हालांकि अल्टो और एस-प्रेसो मारुति सुजुकी की 'मिनी' सब-कैटेगरी में आती हैं, यह ध्यान देने योग्य है कि कंपनी के कॉम्पैक्ट सेगमेंट, जिसमें बलेनो, सेलेरियो, डिज़ायर, इग्निस, स्विफ्ट और वैगनआर शामिल हैं, इस पर अगस्त महीने में दबाव में रहा है. 


जहां मारुति सुजुकी के यूटिलिटी वाहनों की बिक्री में 7% की सालाना वृद्धि हुई, वहीं कॉम्पैक्ट सेगमेंट में बिक्री 20% सालाना और 1% मासिक आधार पर घट गई. कॉम्पैक्ट सेगमेंट में, कार निर्माता ने अगस्त 2024 में 58,051 वाहन बेचे, जो अगस्त 2023 में 72,451 थे.


इससे पहले 27 अगस्त को, मारुति सुजुकी के चेयरमैन आर.सी. भार्गव ने कंपनी की 43वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) के दौरान जोर दिया कि कंपनी अपनी छोटी कार लाइनअप के प्रति प्रतिबद्ध है और 2025-26 तक इस सेगमेंट के रिवाइवल की उम्मीद करती है.


यह भी पढ़ें: पेट्रोल खत्म होने के बाद भी Bike का इंजन खींच कर पहुंचा देगा घर! बस फॉलो करें ये सिंपल टिप्स


मारुति सुजुकी की छोटी कारों की बिक्री की गिरावट 2023 की शुरुआत से ही जारी है. कंपनी के लेटेस्ट डेटा के अनुसार, अप्रैल-अगस्त 2024 की अवधि में इसके मिनी और कॉम्पैक्ट सेगमेंट के वाहनों की बिक्री में पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 13% से अधिक की गिरावट आई है. इससे अलग, यूटिलिटी वाहन सेगमेंट की बिक्री में इसी अवधि के दौरान 14% की वृद्धि हुई है.