Maruti Suzuki Planning: मारुति सुजुकी इंडिया (Maruti Suzuki) ने 'मारुति 3.0' के तहत 2030-31 तक बाजार में लगभग 28 मॉडल पेश करने की योजना बनाई है. इसके साथ ही, कंपनी अपनी प्रोडक्शन क्षमता को 20 लाख इकाई तक (मौजूदा प्रोडक्शन क्षमता से ऊपर) बढ़ाने का लक्ष्य लेकर चलेगी. कंपनी की ओर बताया गया वह अपनी वार्षिक उत्पादन क्षमता को 8 सालों में दोगुना कर 40 लाख यूनिट तक लाने के लिए लगभग 45,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मारुति के चेयरमैन आरसी भार्गव ने मंगलवार को कंपनी की वार्षिक आम बैठक में कहा, "कंपनी 40 सालों में 20 लाख यूनिट्स के प्रोडक्शन और बिक्री तक पहुंची है. अगले 8 सालों में इसमें 20 लाख यूनिट्स को और जोड़ने की तैयारी है."  उन्होंने कहा, ''हमारे सामने आने वाला समय बेहद अनिश्चित और चुनौतीपूर्ण होने जा रहा है. हमें 20 लाख कारों की क्षमता तैयार करने में लगभग 45,000 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे. हालांकि, यह मुद्रास्फीति पर निर्भर करेगा.''


उन्होंने कहा कि ''मारुति 3.0' के तहत कंपनी ने 2030-31 तक बाजार में लगभग 28 विभिन्न मॉडलों को पेश करने का लक्ष्य है.' यानी, आने वाले कुछ सालों में मारुति सुजुकी बहुत अग्रेसिव मोड में रहेगी. अगर Tata, Mahindra सहित अन्य कार कंपनियों को मारुति सुजुकी से मुकाबला करना है तो उन्हें भी कई नई मॉडल लाने होंगे, जो स्वभाविक हैं कि लाए जाएंगे. टाटा और महिंद्रा के भी कई प्रोडक्ट पाइपलाइन में हैं.


भार्गव ने कहा कि वैश्विक ऑटो उद्योग शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन के लिए प्रयास कर रहा है और इस दिशा में मारुति सुजुकी इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी), हाइब्रिड, सीएनजी, इथेनॉल-मिश्रित और संपीड़ित बायोगैस (Compressed Bio Gas) जैसी प्रौद्योगिकियों के इस्तेमाल को बढ़ावा दे रही है. उन्होंने कहा कि अभी यह अनुमान लगाना मुश्किल है कि नयी प्रौद्योगिकियों के मामले में अगले 8-10 सालों में क्या होगा.


(इनपुट- भाषा)