नई कार पर PPF करवाना कितना सही? आप भी कर रहे हैं प्लान तो जान लें इससे जुड़ी जरूरी बातें
PPF Wrap: आजकल मेट्रो सिटीज में गाड़ी पर डेंट और स्क्रैच लगना काफी कॉमन हो गया है जिससे शायद एक दिन आपकी गाड़ी का भी सामना हो जाए, ऐसे में मार्केट में एक खास तरह की रैपिंग सर्विस मौजूद है.
PPF Wrap: जब आप एक नई कार खरीदते हैं तो ये एक बड़ा इन्वेस्टमेंट होता है और इसमें आपके काफी सारे पैसे लगे होते हैं. ऐसे में आप इस कार को ब्रैंड न्यू जैसी कंडीशन में बनाए रखने के लिए काफी जतन करते हैं. आजकल मेट्रो सिटीज में गाड़ी पर डेंट और स्क्रैच लगना काफी कॉमन हो गया है जिससे शायद एक दिन आपकी गाड़ी का भी सामना हो जाए, ऐसे में मार्केट में एक खास तरह की रैपिंग सर्विस मौजूद है जिसे PPF (Paint Protection Film) कहते हैं. हालांकि इस कोटिंग को करवाना कितना सही फैसला है या गलत इस बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं.
PPF के फायदे:
स्क्रैच प्रोटेक्शन: PPF एक पतली फिल्म होती है जो कार के पेंट पर चढ़ाई जाती है. यह पेंट को छोटी-छोटी खरोंच, धूल, कीड़ों और पक्षियों के वेस्ट से बचाती है.
कलर प्रोटेक्शन: यह फिल्म UV किरणों से भी बचाती है, जिससे कार का रंग फीका नहीं पड़ता.
रीसेल प्राइज: अच्छी स्थिति में रखी गई कार का रीसेल प्राइज अधिक होता है. PPF कार को नया जैसा दिखने में मदद करती है.
केमिकल्स से प्रोटेक्शन: यह फिल्म कार के पेंट को एसिड रेन और अन्य केमिकल्स से भी बचाती है.
PPF के नुकसान:
महंगा: PPF लगाना काफी महंगा हो सकता है. इसकी कीमत कार के मॉडल और साइज पर निर्भर करती है.
क्वालिटी: सभी PPF एक जैस नहीं होते हैं. खराब क्वालिटी वाली फिल्म समय के साथ पीली पड़ सकती है या उखड़ सकती है.
क्या आपको PPF लगवानी चाहिए?
यह फैसला पूरी तरह से आपकी जरूरतों और बजट पर निर्भर करता है. अगर आप अपनी कार को नया जैसा रखना चाहते हैं और खरोंच से बचाना चाहते हैं, तो PPF एक अच्छा विकल्प हो सकता है. लेकिन अगर आपका बजट कम है, तो आप अन्य विकल्पों जैसे कि वैक्सिंग या सिरेमिक कोटिंग पर विचार कर सकते हैं.