Royal Enfield Himalayan Odyssey: देश में जितना क्रेज Royal Enfield की मोटरसाइकिलों को लेकर होता है, उतना क्रेज शायद ही किसी और कंपनी की बाइक्स को लेकर होगा. अगर आप ऐसे लोगों में शामिल हैं, तो आपने कभी न कभी रॉयल एनफील्ड द्वारा आयोजित की जाने वाली रोड ट्रिप्स में जाने के बारे में भी सोचा होगा. काफी लोगों के मन में ये ख्याल आता है लेकिन कम ही लोग रॉयल एनफील्ड की रोड ट्रिप में शामिल हो पाते हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अब करीब दो साल के अंतराल के बाद एक बार फिर से रॉयल एनफील्ड ने हिमालयन ओडिसी (Royal Enfield Himalayan Odyssey) रोड ट्रिप शुरू की है. इसमें 70 से ज्यादा रॉयल एनफील्ड मोटरसाइकिलें दिल्ली में इंडिया गेट से उम्लिंगला पास (लद्दाख) के लिए रवाना हुईं. उम्लिंगला पास दुनिया की सबसे ऊंची मोटरेबल रोड है.


यह 18वीं रॉयल एनफील्ड हिमालयन ओडिसी है. इसमें राइडर्स 18 दिनों में 2700 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे. इसमें 20 साल से 65 साल तक के राइडर्स ने हिस्सा लिया है. यह जर्नी क्लासिक 350, स्क्रैम 411, हिमालयन, मीटियॉर 350, इंटरसेप्टर 650, कंटीनेंटल जीटी 650 और बुलेट 350 जैसी बाइक्स के साथ की जा रही है. 


रॉयल एनफील्ड हिमालयन ओडिसी के सभी राइडर्स चंडीगढ़, मनाली, जिस्पा, सारचु और लेह होते हुए 19,024 फीट ऊंचाई पर स्थित उमलिंग ला जा रहे हैं. यह रास्ता रोमांच से भरा होने वाला है. लेह की रोड जर्नी की सभी तारीफ करते हैं. यहां के लिए दुनिया के कुछ सबसे कठिन इलाकों और सबसे ऊंचे पहाड़ी दर्रों से गुजरना होता है, जहां रोमांच के साथ-साथ डर का भी आभास होता है.



रॉयल एनफील्ड के चीफ ब्रैंड ऑफिसर मोहित धर जुयल ने Royal Enfield Himalayan Odyssey को फ्लैग ऑफ किया. उन्होंने सभी राइडर्स को शुभकामनाएं दीं और कहा कि वह एनवायरनमेंट फ्रेंडली टूरिजम को बढ़ावा देते हुए #LeaveEveryPlaceBetter का मेसेज दें. मोहित जुयल ने कहा कि रॉयल एनफील्ड, टूरिस्ट प्लेस को बेहतर बनाने और स्वच्छता के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए प्रयासरत है. हिमालयन ओडिसी भी इसी प्रयास का हिस्सा है.


ये ख़बर आपने पढ़ी देश की सर्वश्रेष्ठ हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर