Second Hand कार खरीदी है? इन 5 चीजों को हमेशा रखें साथ, मुसीबत में आएंगी बड़े काम
Second Hand Car Tips: अगर आप भी एक सेकेंड हैंड कार खरीद रहे हैं या पहले से रखते हैं तो आपके पास 5 चीजें जरूर होनी चाहिए. भले ही आपने सेकंड हैंड कार कितनी भी अच्छी कंडीशन की क्यों न ली हो, लेकिन यह होती पुरानी ही कार है जो कभी भी आपको धोखा दे सकती है.
Car Maintenance Tips: भारत में सेकेंड हैंड कारों (Second Hand Car) की जमकर बिक्री होती है. जो लोग कम बजट के चलते एक नई कार नहीं खरीद पाते, वह सेकंड हैंड ऑप्शन को चुनते हैं. पुरानी कार खरीदने का सबसे पहला फायदा तो यह होता है कि आप कम कीमत में ही अपनी पसंद का मॉडल ले सकते हैं. इसके अलावा आपको रजिस्ट्रेशन, रोड टैक्स, और कार लोन की झंझट भी नहीं रहती. हालांकि अगर आप भी एक सेकेंड हैंड कार खरीद रहे हैं या पहले से रखते हैं तो आपके पास 5 चीजें जरूर होनी चाहिए. भले ही आपने सेकंड हैंड कार कितनी भी अच्छी कंडीशन की क्यों न ली हो, लेकिन यह होती पुरानी ही कार है जो कभी भी आपको धोखा दे सकती है.
1. एक्स्ट्रा फ्यूज:
सभी कारों में अलग-अलग पार्ट्स के लिए ढेर सारे फ्यूज लगे होते हैं. कार में किसी प्रकार की गड़बड़ी होने पर सबसे पहले फ्यूज खराब होते हैं, जिससे आपकी गाड़ी में बड़ा नुकसान होने से बच जाता है. लेकिन फ्यूज खराब होने के चलते कई बार आपकी गाड़ी बीच रास्ते में रुक जाती है. ऐसे में आपके पास कुछ एक्स्ट्रा फ्यूज होना बहुत जरूरी है.
2. टो (Tow) हुक और रोप
अगर किसी वजह से आपकी कार पूरी तरह से खराब हो गई है और यह स्टार्ट नहीं हो पा रही, ऐसी स्थिति में आप किसी से मदद मांग सकते हैं. लेकिन कोई अन्य व्यक्ति आपकी मदद तभी कर पाएगा जब आपके पास पूरे इक्विपमेंट भी होंगे. इसलिए अपने पास टो हुक और रस्सी जरूर रखें, जिससे आपकी गाड़ी को खींचा जा सके.
3. पंक्चर रिपेयर किट
सड़क पर चलते समय कार के टायर में पंचर होना एक आम समस्या है. कार का टायर ट्यूबलेस क्यों ना हो, इसके साथ एक पंक्चर रिपेयर किट जरूर रखें. ऐसा जरूरी नहीं कि जहां आपकी गाड़ी पंचर हुई है वहां आसपास मकैनिक मिल ही जाए. ऐसे समय में यह किट बड़े काम की साबित होगी.
4. टायर इन्फ्लेटर
अगर आपने किट के जरिए पंक्चर जोड़ भी लिया, तो हवा कैसे भरेंगे. अपनी कार में एक टायर इन्फ्लेटर हमेशा रखें जिसके जरिए जरूरत पड़ने पर आप टायर में हवा भर सकते हैं. ₹5000 से कम रेंज में आपको अच्छी कंपनी का टायर इन्फ्लेटर मिल सकता है.
5. कार इंश्योरेंस
सेकंड हैंड कार खरीदने के बाद आपको एक और महत्वपूर्ण बात का ध्यान रखना है. कार ट्रांसफर होने और आरसी आपके पास आ जाने के बाद आपको इंश्योरेंस भी ट्रांसफर करवा लेना है. अगर कार का रजिस्ट्रेशन आपके नाम पर हुआ भी और इंश्योरेंस में आपका नाम नहीं है तो किसी दुर्घटना होने की स्थिति में आपको कोई रकम नहीं मिलने वाली.
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