Maruti Cars Safety Rating: भारत में मारुति सुजुकी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी है. यह सबसे ज्यादा कार बेचती है. यानी यह स्पष्ट तौर पर कहा जा सकता है कि देश का बहुत बड़ा हिस्सा मारुति सुजुकी की कारों पर भरोसा जताता है और इसकी कार खरीदना चाहता है. लेकिन, जो लोग सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए कार खरीदते हैं, उनके लिए मारुति सुजुकी की कुछ कारें बिल्कुल अच्छी नहीं हैं. तो चलिए, आज हम आपको मारुति सुजुकी की 4 ऐसी ही कारों के बारे में बताते हैं, जिन्हें ग्लोबल एनकौप से बहुत ही खराब सेफ्टी रेटिंग मिली है. 


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Maruti Swift, Ignis और S-Presso की सेफ्टी रेटिंग


मारुति स्विफ्ट, इग्निस और एस-प्रेसो, इन तीनों कारों का हाल ही में नए और अपडेटेड ग्लोबल एनसीएपी क्रैश टेस्ट स्टैंडर्ड के तहत टेस्ट किया गया था. इसमें स्विफ्ट हैचबैक को एडल्ट प्रोटेक्शन और चाइल्ड प्रोटेक्शन में 1 स्टार मिला, वहीं इग्निस और एस-प्रेसो को एडल्ट प्रोटेक्शन में 1 स्टार जबकि चाइल्ड प्रोटेक्शन में 0 स्टार मिला. 


स्विफ्ट ने एडल्ट और चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन में क्रमशः 34 में से 19.19 अंक और 49 में से 16.68 अंक हासिल किए थे. मारुति इग्निस ने एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन में 34 में से 16.48 पॉइंट और चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन में 49 में से 3.86 पॉइंट हासिल किए थे. 


मारुति एस-प्रेसो की बात करें तो इसने एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन में 34 में से 20.03 प्वाइंट हासिल किए थे जबकि चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन में 49 में से सिर्फ 3.52 प्वाइंट ही हासिल किए थे.


Maruti WagonR की सेफ्टी रेटिंग


मारुति वैगनआर का अभी तक नए और अपडेटेड ग्लोबल एनसीएपी क्रैश टेस्ट स्टैंडर्ड के तहत टेस्ट नहीं किया गया है. हालांकि, पुराने स्टैंडर्ड के तहत अक्टूबर 2019 में टेस्ट किया था, जिसमें ग्लोबल एनसीएपी ने इसे दो स्टार सेफ्टी रेटिंग दी थी. हैचबैक ने एडल्ट और चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन में क्रमशः 17 में से 6.93 अंक और 49 में से 16.33 अंक हासिल किए थे.


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