Mangalwar Ke Upay: ज्योतिष शास्त्र में अमावस्या को पितरों की तिथि माना गया है. मान्यताओं के अनुसार इस दिन वह पृथ्वी लोक पर आते हैं और अपने वंशजों के हाथों दिया जाने वाला श्राद्ध ग्रहण करते हैं. इस महीने 21 मार्च 2023, मंगलवार को चैत्र माह की अमावस्या है जिसे चैत्र अमावस्या कहते हैं. मंगलवार को आने के कारण इसे भौमी अमावस्या भी कहा जा रहा है.


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ज्योतिषियों के अनुसार इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करना चाहिए.  इससे पुण्य की प्राप्ति होती है. यही कारण है चैत्र अमावस्या पर देश भर के श्रद्धालु गंगा, यमुना जैसी पवित्र नदियों में स्नान करते हैं. इसके साथ ही इस दिन दान-पुण्य करने की भी मान्यता है.


क्यों खास है इस बार चैत्र अमावस्या (Chaitra Amavasya)


इस बार चैत्र अमावस्या मंगलवार को है और शास्त्रों के अनुसार इस दिन मंगल मिथुन राशि में रहेगा और शनि स्वराशि कुंभ में रहेगा. ऐसे में इस दिन का विशेष महत्व होगा. इस दिन कुछ आसान से उपाय करके आप अपनी सभी समस्याओं से मुक्ति पा सकते हैं. साथ ही घर में चल रहे क्लेश भी दूर होंगे.


पितरों के निमित्त करें श्राद्ध, तर्पण


अमावस्या पितरों की तिथि है, यदि इस दिन उनके निमित्त श्राद्ध, तर्पण किया जाए तो वे प्रसन्न होते हैं। पूरे परिवार को उनका आशीर्वाद मिलता है और जीवन में तरक्की होती है. इस एक उपाय से ही पितृ दोष भी दूर होता है.


हनुमानजी की करें पूजा


माना जाता है कि यदि भौमी अमावस्या पर बजरंग बली की पूजा की जाए तो आपके सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. इसके लिए आपको केवल 7 बार सुंदरकांड का पाठ करना है तथा 108 बार हनुमान चालिसा का पाठ करें. इससे आपके सभी कार्य सिद्ध होंगे और आपकी हर मनोकामना पूरी होगी.


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)