Chaitra Navratri Panchak : चैत्र मास में पड़ने वाले नवरात्रों को चैत्र नवरात्रि कहा जाता है. हिंदू धर्म में मुख्य रुप से माता दुर्गा की दो नवरात्रि मनाई जाती है, जिसमें 9 दिनों तक माता दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है. हिंदू शास्त्रों में बताया गया नवरात्रि अधर्म पर विजय का पर्न है.  इस साल चैत्र नवरात्र 22 मार्च को शुरु हो रहे हैं. इस साल चैत्र नवरात्रि के पहले पंचक लग रहे हैं. पंचक के दौरान शुभ कार्यों की मनाही होती है. इस दौरान शादी, मुंडन या कोई भी मंगल काम नहीं करने चाहिए, क्योंकि इसका शुभ फलों की प्राप्ति नहीं होती है. आइए जानते हैं कि पंचक के दौरान कलश स्थापना कब की जाएगी और पूजा का शुभ मुहूर्त क्या होगा. 


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पंचक में कब करें कलश स्थापना?


हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र नवरात्र चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से चैत्र नवरात्रि आरंभ हो रही है. चैत्र नवरात्रि का पहला दिन 22 मार्च है और 19 मार्च से पंचक लग रहे हैं जिसकी समाप्ति नवरात्रि के अगले दिन यानी 23 मार्च को होनी है. हालांकि, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चैत्र नवरात्रि अत्यधिक शुभ और खास अवसर है जिस चलते पंचक का चैत्र नवरात्रि पर कोई खासा प्रभाव नहीं पड़ेगा और बिना किसी चिंता के चैत्र नवरात्रि मना सकेंगे. 


साल 2023 में नवरात्र कितने दिन के?


हिंदू पंचांग के अनुसार बताया जा रहा है कि इस साल चैत्र नवरात्रि 10 दिनों की मनाई जा रही है. 22 मार्च से प्रारंभ हो रही चैत्र नवरात्रि नवमी (Navami) यानी 30 मार्च तक रहेगी. चैत्र नवरात्रि का पारण 31 मार्च को होगा और दशमी पर पूजा संपन्न करने के बाद ही चैत्र नवरात्रि का समापन हो जाएगा. 


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)