Astro tips: कई सालों बाद ऐसा योग बन रहा है, जब नए साल के दिन रविवार है. ऐसा पिछली बार 2017 में हुआ था. ऐसे में आपको नए साल की शुरुआत सूर्य देवता की पूजा के साथ करना चाहिए. कई लोग वैसे भी रोजाना सूर्य देवता की आराधना करते हैं लेकिन पूजा करते वक्‍त छोटी-छोटी गलतियां हो जाती है. अगर आप सूर्य भगवान का आशीर्वाद लेना चाहते हैं तो आपको सूर्य देवता की पूजा करने का सही तरीका पता होना चाहिए. सूर्य भगवान को अर्ध्‍य देने के अलावा आपको सही मंत्र का जाप भी करना चाहिए, तो चलिए जान लीजिए पूजा करने का सही तरीका और समय.    


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ऐसे करें सूर्य देव की पूजा 
 



सूर्यदेव का जन्म कैसे हुआ?
  
वेदों के मुताबिक, सूर्य को जगत की आत्मा कहा जाता है. सूर्य की वजह से ही धरती पर जीवन संभव रहता है. जब सृष्टि की रचना हुई थी, तब ब्रह्मा के पुत्र मरीचि हुए जिसके बाद उनके बेटे ऋषि कश्यप हुए. ऋषि कश्यप का विवाह प्रजापति दक्ष की बेटी दिति और अदिति से किया गया. दिति ने सभी राक्षसों को जन्म दिया. वहीं अदिति ने सभी देवताओं को जन्‍म दिया. एक समय में दैत्यों ने स्वर्गलोक पर कब्‍जा कर लिया और सभी देवताओं को बाहर निकाल दिया. इस वजह से माता अदिति ने सूर्यदेव की पूजा की और उनसे वरदान मांगा कि उनकी कोख से सूर्यदेव जन्म लें. घोर तपस्या के बाद उनकी यह इच्छा पूरी हो गई. उसके बाद तेजस्‍वी बालक ने जन्‍म लिया, जिन्‍हें आदित्य के नाम से जाना गया. वे देवताओं के मसीहा बन गए और सभी राक्षसों को मार दिया.


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