Om Chanting Advantages: भारतीय संस्कृति में 'ॐ' मंत्र को विशेष महत्व दिया गया है. 'ॐ' एक प्राचीन और पवित्र मंत्र है जो ध्यान, प्राणायाम और योग करने के लिए विशेष महत्व रखता है. यह अद्भुत शक्ति वाला मंत्र व्यक्ति की शारीरिक और मानसिक स्थिति पर सकारात्मक प्रभाव डालता है. इसका उच्चारण मानसिक, शारीरिक और आत्मिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है. इस मंत्र के नियमित जाप से व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक शांति की प्राप्ति होती है. जब व्यक्ति ओम का जाप करता है, तो घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा सकारात्मक रूप में परिवर्तित होती है. इससे पूरे परिवार का माहौल सकारात्मक बन जाता है. 


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'ॐ' जाप के फायदे


ओम के उच्चारण से उत्पन्न होने वाला कंपन, शरीर को स्वस्थ बनाने में मदद करता है. इसके उच्चारण से शरीर में ऊर्जा की संचारण बढ़ती है और आत्मिक जागरूकता में भी वृद्धि होती है. ध्यान और आत्म-चिंतन में जुड़ने के लिए ओम का जाप बहुत ही प्रभावशाली माना जाता है. तनाव, चिंता और अनिद्रा जैसी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए भी ओम का जाप उपयोगी है. ओम के नियमित जाप से व्यक्ति की एकाग्रता और स्मरण शक्ति में भी वृद्धि होती है. नियमित रूप से इसका उच्चारण करने से व्यक्ति के जीवन में इसका प्रभाव दिखने लगता है. ओम शब्द के उच्चारण मात्र से लोगों के बड़े से बड़े रोग ठीक हो जाते हैं. 

'ॐ' का जाप विधि


धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, ॐ का जाप सूर्योदय से पहले और सुखासन में बैठकर करना चाहिए. शुरुआत में व्यक्ति को ओम का 108 बार उच्चारण करना चाहिए और धीरे-धीरे उसे बढ़ाते जाना चाहिए. ॐ का जाप करने के लिए सबसे पहले अपने सांस को अंदर लें और फिर अ... अक्षर का उच्चारण से शुरू करें, फिर अ से थोड़ा ज्यादा समय तक ऊ अक्षर का उच्चारण करते हुए मुंह बंद कर लें और अब लंबे समय तक म अक्षर का उच्चारण करें.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)