Pitru Paksha Tulsi Remedies: हिंदू धर्म में पितृ पक्ष के विशेष महत्व है. मान्यता है कि इन 16दिनों में पितरों के निमित्त श्राद्ध कर्म और तर्पण आदि किए जाते हैं. बता दें कि भाद्रपद माह की पूर्णिमा तिथि से पितृ पक्ष की शुरुआत होती है और अश्विन माह की अमावस्या के दिन समापन बोता है. ये 16 दिन पितरों को प्रसन्न करने और उनकी कृपा पाने के लिए श्राद्ध और तर्पण किया जाता है. बता दें कि 29 सितंबर से श्राद्ध 2023 की शुरुआत हो रही है.    


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर कोई व्यक्ति पितृ दोष से परेशान हैं, तो पितृ पक्ष के दौरान कुछ उपाय आपकी सभी समस्याएं दूर कर सकते हैं. अगर किसी जातक को पितृ दोष के कारण असफलता मिल रही हो तो व्यक्ति को सेहत, समृद्धि और धन दौलत से हाथ धोना पड़ता है.  ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पितृ दोष से मुक्ति के लिए कुछ चमत्कारी पौधों के बारे में बताया गया है, जिससे पितर प्रसन्न होते हैं और पितृ दोष से मुक्ति मिलती है.    


पितृ दोष से मुक्ति पाने के सरल उपाय 


बरगद


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर पितृ पक्ष में कुछ चमत्कारी पेड़-पौधे लगाए जाएं, तो व्यक्ति को जल्द ही पितृ दोष से मुक्ति मिलती है. अगर आप भी पितृ दोष से परेशान हैं, तो श्राद्ध के दिनों में बरगद का पेड़ लगाना शुभ माना गया है. इसके साथ ही, बरगद के पेड़ की परिक्रमा करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है. साथ ही, पितर प्रसन्न होकर वंशजों पर कृपा बरसाते हैं.  


बेलपत्र


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पितृ पक्ष के दौरान बेलपत्र का पौधा लगाना भी शुभ माना गया है. मान्यता है कि इससे महादेव जल्द प्रसन्न हो जाते हैं. शास्त्रों के अनुसार महादेव को बेलपत्र बहुत प्रिय हैं. इतना ही नहीं, इन दिनों में बेलपत्र का पौधा लगाने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है. और व्यक्ति को पितृ दोष से मुक्ति मिलती है. 


तुलसी


धार्मिक मान्यता के मुताबिक कहते हैं कि तुलसी के पौधे में मां लक्ष्मी का वास होता है. ऐसी मान्यता है कि एक तुलसी का पत्ता व्यक्ति को जन्म जन्मांतर के बंधन से मुक्ति दिलाता है और व्यक्ति को बैकुंठ की प्राप्ति होती है. ऐसे में पितृ पक्ष के दौरान तुलसी का पौधा लगाते हैं, तो पितरों को मुक्ति मिलती है और व्यक्ति को अकाल मृत्यु से भी मुक्ति मिलती है. 


पीपल


ज्योतिष शास्त्र में पीपल के पेड़ को बहुत पवित्र माना गया है. बता दें कि इस पेड़ पर देवी-देवताओं का वास होता है. पितृ पक्ष के दौरान पीपल के पेड़ की पूजा करने से व्यक्ति को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है.  इसलिए पितृ पक्ष में पीपल के पेड़ में जल अर्पित करने से और शाम के समय दीपक जलाने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है.  


South Direction Tips: घर की दक्षिण दिशा में इस चीज को रखने की न करें गलती, सुख-शांति पूरी तरह से हो जाएगी भंग
 


Ganesh Chaturthi 2023: गणेश चतुर्थी पर इन 3 राशि वालों की धन-दौलत से भरने वाली हैं झोलियां, 300 साल बाद होंगे ऐसे योग
 



(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)