Maa Kali Mantra: मां काली के इस मंत्र से मिलेगा राहु-केतु और शनि से छुटकारा, दूर होंगे सभी दोष
Mahakali Mantra Jaap : हिंदू धर्म में सभी देवी-देवताओं को प्रसन्न करने के लिए मंत्र जाप किया जाता है. पूजा के बाद मंत्र जाप का विशेष महत्व बताया गया है. मां काली को प्रसन्न करने के लिए उनके मंत्रों का सही से जाप करना बेहद जरूरी है.
Maa Durga Powerful Mantra: हिंदू धर्म में महाकाली की पूजी विशेष मानी गई है, माता काली मां दुर्गा का ही स्वरूप हैं. शास्त्रों में देवी के महाकाली के रूप को बहुत शक्तिशाली माना गया है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आमतौर पर महाकाली की उपासना और आराधना सन्यासी और तांत्रिक करते हैं. लेकिन वहीं कुछ मंत्र ऐसे भी हैं, जिन्हें कोई भी साधक जप सकता है. इन मंत्रों के जाप से व्यक्ति के ऊपर आने वाला हर संकट टल जाता है. इतना ही काली मंत्र के जाप करने से आप राहु-केतु और शानि के प्रभाव से दूर रह सकते हैं.
ज्योतिष शास्त्र में महाकाली के ऐसे ही कुछ विशेष मंत्रों के बारे में बताया गया है, जिनके जप करने से व्यक्ति के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और उन पर किसी भी तरह का संकट नहीं आता है. मान्यता है कि इन मंत्रों के जरिए दक्षिण काली का आह्वान किया जाता है. अगर आप शत्रुओं का विनाश करना चाहते हैं, तो इन मंत्रों को विधिपूर्वक जपने से जल्द फल की प्राप्ति होती है. लेकिन महाकाली के इन मंत्रों का जाप करते समय इस बात का खास ख्याल रखें कि मंत्रों का गलत उच्चारण कई तरह की समस्याएं खड़ी कर सकता है.
महाकाली के विशेष मंत्र
महाकाली का ककारादि काली शतनाम स्त्रोतम एक ऐसा मंत्र है. जिसको रोजाना पढ़ने से आप पर कभी कोई संकट नहीं आ सकता और साथ ही आप के सभी संकट दूर होते हैं. इसके अलावा आप रोजना इन मंत्रों का जाप कर सकते हैं.
मां काली के मंत्रों का जाप
- ॐ क्रीं क्रीं क्रीं हूँ हूँ ह्रीं ह्रीं दक्षिणे कालिके क्रीं क्रीं क्रीं हूँ हूँ ह्रीं ह्रीं स्वाहा॥
1. एकाक्षरी काली मंत्र - ॐ क्रीं
2.तीन अक्षरी काली मंत्र - ॐ क्रीं ह्रुं ह्रीं
3.पांच अक्षरी काली मंत्र - ॐ क्रीं ह्रुं ह्रीं हूँ फट्
4.सप्ताक्षरी काली मंत्र - ॐ हूँ ह्रीं हूँ फट् स्वाहा
5.श्री दक्षिणकाली मंत्र - ॐ ह्रीं ह्रीं ह्रुं ह्रुं क्रीं क्रीं क्रीं दक्षिणकालिके क्रीं क्रीं क्रीं ह्रुं ह्रुं ह्रीं ह्रीं
6.श्री दक्षिणकाली मंत्र - क्रीं ह्रुं ह्रीं दक्षिणेकालिके क्रीं ह्रुं ह्रीं स्वाहा
7.श्री दक्षिणकाली मंत्र - ॐ ह्रुं ह्रुं क्रीं क्रीं क्रीं ह्रीं ह्रीं दक्षिणकालिके ह्रुं ह्रुं क्रीं क्रीं क्रीं ह्रीं ह्रीं स्वाहा
8.श्री दक्षिणकाली मंत्र - ॐ क्रीं क्रीं क्रीं ह्रुं ह्रुं ह्रीं ह्रीं दक्षिणकालिके स्वाहा
9.भद्रकाली मंत्र - ॐ ह्रौं काली महाकाली किलिकिले फट् स्वाहा
10.श्री शमशान काली मंत्र - ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं कालिके क्लीं श्रीं ह्रीं ऐं
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)