Vastu tips:वास्तुशास्त्र एक प्राचीन विज्ञान है जो हमें बताता है कि घर के निर्माण और व्यवस्था में कौन-कौन सी बातों का ध्यान रखना चाहिए. यदि किसी घर में वास्तु दोष होता है, तो वहां की ऊर्जा में असंतुलन हो जाता है, जिससे लोगों की जीवनशैली और स्वास्थ्य पर असर पड़ता है. इस लेख में, हम बात करेंगे कि वास्तु दोष क्या होते हैं, उनके लक्षण और प्रभाव क्या-क्या हो सकते हैं और उन्हें ठीक करने के उपाय क्या हैं.


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वास्तु दोष क्या होते हैं?
वास्तु दोष वह समस्याएँ होती हैं जो एक घर की वास्तु व्यवस्था में होती हैं और उसकी ऊर्जा में असंतुलन पैदा करती हैं. ये दोष घर के विभिन्न हिस्सों में हो सकते हैं, जैसे कि बेडरूम, रसोई, पूजा घर आदि.


वास्तु दोष के लक्षण:


रोग और अस्वास्थ्यकर ऊर्जा: 
वास्तु दोष होने पर लोगों को अनायास ही रोग लग जाते हैं और उन्हें बार-बार अस्वास्थ्य महसूस होता है.


आर्थिक समस्याएं: 
घर में वास्तु दोष होने पर लोगों को आर्थिक समस्याएँ आती हैं, जैसे कि धन की हानि, नौकरी में असफलता आदि.


परिवारिक विवाद: 
वास्तु दोष वाले घरों में परिवारिक विवाद अधिक होते हैं. लोग बार-बार लड़ते हैं और संबंधों में दूरियां बढ़ती हैं.


वास्तु दोष के प्रभाव:


मानसिक दुर्बलता:
वास्तु दोष के कारण व्यक्ति मानसिक रूप से दुर्बल हो जाता है और उसका संतुलन खो जाता है.


स्वास्थ्य समस्याएँ:
वास्तु दोष होने पर लोगों को अनियमित रूप से स्वास्थ्य समस्याएँ होती हैं, जैसे कि नींद न आना, माइग्रेन आदि.


व्यक्तिगत और पेशेवर समस्याएं: 
वास्तु दोष से लोगों को व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में समस्याएँ हो सकती हैं, जैसे कि व्यक्तिगत रिश्तों में समस्याएँ, करियर में असफलता आदि.


वास्तु दोष के उपाय:


वास्तु पूजा और यज्ञ: 
वास्तु पूजा और यज्ञ करने से घर की ऊर्जा को शुद्ध किया जा सकता है.


यंत्र और टोटका: 
कुछ यंत्र और टोटके वास्तु दोष को दूर करने में मदद कर सकते हैं.


रुद्राक्ष धारण: 
रूद्राक्ष माला पहनने से व्यक्ति को आर्थिक समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है.



(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)