Adani Wilmar News: अडानी ग्रुप (Adani Group) से जुड़ी हुई एक और बड़ी खबर सामने आ रही है. हाल ही में मीडिया में चर्चा हो रही थी कि गौतम अडानी (Gautam Adani) अपनी ही एक कंपनी में बड़ी हिस्सेदारी बेच सकते हैं, लेकिन आज यानी गुरुवार को अडानी ग्रुप ने इस बात का खंडन कर दिया है. अडानी एंटरप्राइजेज ने विल्मर वेंचर में 44 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की खबरों से साफ इनकार कर दिया है. FMCG कंपनी अडानी विल्मर की वैल्यू 6.17 अरब डॉलर है. 


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ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में कही ये बात 
आपको बता दें इससे पहले ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में दावा किया जा रहा था कि अडानी ग्रुप अपने एफएमसीजी वेंचर अडानी विल्मर में हिस्सेदारी बेचने की संभावना तलाश रहा है, लेकिन आज अडानी ग्रुप ने इन खबरों को गलत बताया है. अडानी विल्मर, अडानी एंटरप्राइजेज और सिंगापुर की विल्मर इंटरनेशनल लिमिटेड की ज्वाइंट वेंचर कंपनी है. 


कब आया कंपनी का IPO?
अडानी विल्मर का आईपीओ जनवरी 2022 में आया था और शेयरों की मार्केट में लिस्टिंग फरवरी महीने में हुई थी. आईपीओ के समय पर इस शेयर का प्राइस बैंड 218-230 रुपये के लेवल पर था. वहीं, लिस्टिंग के 3 महीने के बाद ही शेयर ने मार्केट में 878 रुपये का नया हाई बनाया था. वहीं, आज कंपनी के शेयर 373.95 रुपये के लेवल पर क्लोज हुए हैं. 


क्या है कंपनी का कारोबार?
अडानी विल्मर के फॉर्च्यून ब्रांड की गिनती देश के चुनिंदा एफएमसीजी ब्रांड में होती है. ये आईटीसी लिमिटेड, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड जैसी कंपनियों को टक्कर देती है. देशभर में कुकिंग ऑयल कैटेगरी में फॉर्च्यून ब्रांड सबसे बड़ा नाम है.


1999 में शुरू हुआ था ज्वाइंट वेंचर
गौरतलब है कि खाद्य तेल, गेहूं का आटा, चावल, दालें और चीनी समेत अन्य जरूरी रसोई से संबंधित प्रोडक्ट्स की पेशकश करने वाली अडानी विल्मर एक एफएमसीजी कंपनी है. इसे जनवरी 1999 में अडानी समूह और विल्मर समूह के ज्वाइंट वेंचर के रूप में शुरू किया गया था. 


79 करोड़ का हुआ घाटा
आपको बता दें अडानी विल्मर के इस समय भारत के 10 राज्यों में 23 प्लांट हैं. खाद्य तेल ब्रांड फॉर्च्यून (Fortune Brand) कंपनी का प्रमुख ब्रांड है. कंपनी को पहली तिमाही में 79 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था