Adani Group: अडानी ग्रुप के नाम होगा सीमेंट इंडस्ट्री का ताज! नंबर-1 बनने के लिए क्या है कंपनी का प्लान?
Gautam Adani: एक ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि अंबुजा सीमेंट की आर्थिक स्थिति मजबूत है और आने वाले समय में यह और अधिग्रहण कर सकती है. जानकारों की तरफ से अंबुजा सीमेंट के शेयर खरीदने की सलाह दी गई है.
Ambuja Cement: अडानी ग्रुप देश की सीमेंट इंडस्ट्री में तेजी से आगे बढ़ रहा है. पिछले दिनों अडानी फैमिली ने कई सीमेंट कंपनियों का अधिग्रहण किया है. मीडिया रिपोर्ट और नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटी के जानकारों के अनुसार अडानी ग्रुप आने वाले समय में और सीमेंट कंपनियों को खरीदने के लिए 3 बिलियन डॉलर का फंड तैयार कर रहा है. इस फंड को तैयार करने का मकसद तीन से चार साल में इस सेक्टर की नंबर-1 कंपनी बनने का है. ग्रुप की तरफ से आने वाले समय में सौराष्ट्र सीमेंट, वेदराज सीमेंट और जयप्रकाश एसोसिएट की सीमेंट फैक्ट्री को खरीदा जा सकता है.
659 रुपये पर बंद हुआ अंबुजा सीमेंट का शेयर
एक ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि अंबुजा सीमेंट की आर्थिक स्थिति मजबूत है और आने वाले समय में यह और अधिग्रहण कर सकती है. जानकारों की तरफ से अंबुजा सीमेंट के शेयर खरीदने की सलाह दी गई है. शेयर में अभी और तेजी आने की संभावना है. 14 जून को यह शेयर 690 रुपये के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया था. 21 जून को बंद हुए सप्ताह में शेयर 659 रुपये के लेवल पर बंद हुआ था. पिछले दिनों अंबुजा सीमेंट की तरफ से ऐलान किया गया था कि उसने पेना सीमेंट के अधिग्रहण के लिए 10,400 करोड़ रुपये का करार किया है.
पेना की प्रोडक्शन कैपिसिटी 10 मिलियन टन
इस डील के तीन से चार महीने में पूरा होने की उम्मीद है. पेना की प्रोडक्शन कैपिसिटी 10 मिलियन टन है, जिसमें से 90 प्रतिशत आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में है. पेना की तरफ से जल्द राजस्थान में नया कारखाना शुरू करने कर प्लान है, जो सीमेंट को ग्राइंड और तैयार करने का काम करेगा. इस कारखाने से हर साल 40 लाख टन सीमेंट ग्राइंड किया जा सकेगा. अंबुजा सीमेंट देशभर में कारोबार करती है. लेकिन साउथ इंडिया में इसकी बाजार हिस्सेदारी कम है. पेना को खरीदने से अंबुजा को दक्षिण भारत में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने में मदद मिलेगी.
तीन साल में दोगुना हो जाएगा प्रोडक्शन
कंपनी का प्लान फाइनेंशियल ईयर 2027 तक सीमेंट प्रोडक्शन को बढ़ाकर 20 मिलियन टन तक करने की है. इसके पूरा होने के बाद, जानकारों का कहना है कि देश में कंपनी की बाजार हिस्सेदारी 200-250 आधार अंकों तक बढ़ सकती है. Jefferies के जानकारों के अनुसार पेना का अधिग्रहण पूरा होने के साथ अंबुजा सीमेंट साउथ के मार्केट में टॉप तीन कंपनियों के ग्रुप में शामिल हो जाएगी. इसके अलावा, यह अधिग्रहण देशभर में अग्रणी बाजार हिस्सेदारी वाली कंपनी के रूप में कंपनी की मजबूत स्थिति को और मजबूत करता है.
बड़ी सीमेंट कंपनियों की बाजार हिस्सेदारी बढ़ने से छोटी कंपनियों को नुकसान हो सकता है. उन्हें आपस में मिलकर एक बड़ी कंपनी बनाने की जरूरत पड़ सकती है. अंबुजा सीमेंट अपनी उत्पादन क्षमता को लगातार बढ़ाने की कोशिश कर रही है. कंपनी की मौजूदा क्षमता 78.9 मिलियन टन प्रति वर्ष है, जिसे बढ़ाकर फाइनेंशियल ईयर 2028 तक 140 मिलियन टन सालाना करने का टारगेट रखा गया है. कंपनी अपने इस टारगेट को हासिल करने के लिए देशभर में अलग-अलग जगह पर नए कारखाने बनाने की योजना कर रही है. इससे पहले 2026 तक क्षमता को बढ़ाकर 100 मिलियन टन सालाना करने की योजना है.