Air India Express: अचानक `सिक लीव` पर गए तो टाटा ग्रुप ने कर दी छुट्टी, 30 कर्मचारी किये टर्मिनेट
एयरलाइन कंपनी ने ईमेल में भेजे बयान में कहा कि चालक दल के सदस्यों का ये कदम `बिना किसी वाजिब कारण के पहले से सोचा-समझा और मिलकर किया गया काम के लिए अनुपस्थित रहना` है.
Air India Express Crisis: टाटा ग्रुप की एयरलाइन एयर इंडिया एक्सप्रेस (Air India Express) ने 30 केबिन क्रू मेंबर की नौकरी को 'तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया' है. ये वहीं कर्मचारी हैं जो बिना किसी जानकारी के सामूहिक रूप से सिक लीव (बीमारी की छुट्टी) पर चले गए. इस कारण मंगलवार रात से अब तक 100 से ज्यादा फ्लाइट रद्द हो गईं. इससे करीब 15,000 यात्री प्रभावित हुए हैं. इस संकट के चलते, गुरुवार को भी कम से कम 74 उड़ानें रद्द कर दी गईं.
बुधवार रात निकाले जाने का नोटिस दिया गया
इंडिया टुडे में प्रकाशित खबर के अनुसार 30 क्रू मेंबर्स को बुधवार रात निकाले जाने का नोटिस दिया गया है. एयरलाइन कंपनी ने ईमेल में भेजे बयान में कहा कि चालक दल के सदस्यों का ये कदम 'बिना किसी वाजिब कारण के पहले से सोचा-समझा और मिलकर किया गया काम के लिए अनुपस्थित रहना' है. एयरलाइन के बयान के अनुसार इतनी बड़ी संख्या में बीमारी की छुट्टी लेना न सिर्फ नियम के खिलाफ है, बल्कि यह एयर इंडिया एक्सप्रेस के सेवा नियमों का उल्लंघन है.
अचानक बीमारी के कारण फ्लाइट्स में देरी हुई
आपको बता दें एयरलाइन के सीनियर क्रू मेंबर्स के बड़ी संख्या में सिक लीव (बीमारी की छुट्टी) पर जाने के कारण मंगलवार रात से बुधवार सुबह के बीच तमाम फ्लाइट को रद्द किया गया. एयर इंडिया एक्सप्रेस के प्रवक्ता ने बताया कि कुछ केबिन क्रू मेंबर्स के अचानक बीमार होने से के कारण कुछ फ्लाइट्स में देरी हुई और कुछ को रद्द करना पड़ा. हम यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर ऐसा हुआ क्यों?
उन्होंने कहा हमारी कोशिश है कि इससे यात्रियों को कम से कम परेशानी हो. एयर इंडिया एक्सप्रेस ने अचानक यात्रियों के लिए हुई परेशानी के लिए माफी मांगी है. एयरलाइन की तरफ से कहा गया कि जिन यात्रियों की फ्लाइट रद्द हुई है, उन्हें पूरा पैसा वापस किया जाएगा या उनकी फ्लाइट को किसी दूसरी तारीख के लिए निशुल्क बदला जाएगा. एयरलाइन के प्रवक्ता ने सफर करने वाले यात्रियों से कहा कि एयरपोर्ट पहुंचने से पहले यह देख लें कि उनकी फ्लाइट रद्द तो नहीं हुई.