Anil Ambani Reliance Power: कारोबारी अनिल अंबानी (Anil Ambani) के दिन बदलने लगे हैं. अनिल अंबानी की कंपनियों के शेयरों में बढ़त देखने को मिल रही है. भारी कर्ज में डूबे अनिल अंबानी ने अब लोन चुकाने पर जोर लेना शुरू कर दिया है. कर्ज के बोझ को कम कर अनिल अंबानी कमबैक के मूड में आ चुके हैं. इसी कड़ी में अनिल अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस पावर (Reliance Power) ने बड़ा कर्ज चुकाया है. रिलायंस पावर की सब्सिडी कंपनियों कलाई पावर और रिलायंस क्लीनजेन ने 1023 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाया है. इस खबर के आते ही रिलायंस पावर के शेयरों ( Reliance Power Share) के दाम चढ़ने लगे.बुधवार 27 मार्च के RELIANCE POWER LTD के शेयर +0.44% चढ़कर 27.70 रुपये पर पहुंच गए. बीते तीन दिनों से शेयर में तेजी जारी है.  निवेशकों का भरोसा कंपनी पर लौटने लगा है. 


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कर्ज कम करने में जुटी अनिल अंबानी की कंपनी 


रिलायंस पावर की दो सहायक कंपनियों  ऑथम इन्वेस्टमेंट की शाखा रिलायंस कमर्शियल फाइनेंस के साथ 1,023 करोड़ रुपये के कर्ज का निपटान किया है. कंपनी ने शेयर बाजार को जानकारी दी और बताया कि रिलायंस पावर लिमिटेड की दो अनुषंगी कंपनियों कलाई पावर प्राइवेट लिमिटेड और रिलायंस क्लीनजेन लिमिटेड ने ऑथम इन्वेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी रिलायंस कमर्शियल फाइनेंस लिमिटेड (आरसीएफएल) के साथ कर्ज का निपटान और मुक्ति समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं.


1023 करोड़ रुपये के कर्ज का निपटान 


कंपनी ने बताया कि 1,023 करोड़ रुपये के कर्ज का निपटान किया है. रिलायंस कमर्शियल फाइनेंस के साथ ऋण समझौता रिलायंस पावर की ओर से महाराष्ट्र में अपनी 45 मेगावाट की पवन ऊर्जा परियोजना को जेएसडब्ल्यू रिन्यूएबल एनर्जी को 132 करोड़ रुपये में बेचने की घोषणा के कुछ दिन बाद आया है. कलाई पावर ने दिसंबर 2023 में अरुणाचल प्रदेश में अपनी प्रस्तावित 1,200 मेगावाट की जल-विद्युत परियोजना के विकास अधिकार टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड को 128 करोड़ रुपये में बेच दिए थे. 


कंपनी के एक अधिकारी के मुताबिक, इन संपत्तियों की बिक्री से जुटाए गए कोष का इस्तेमाल कर्ज चुकाने में किया गया.ऑथम इन्वेस्टमेंट ने बैंकों के नेतृत्व वाली समाधान प्रक्रिया में 2022 में रिलायंस कैपिटल लिमिटेड से रिलायंस कमर्शियल फाइनेंस और रिलायंस होम फाइनेंस का अधिग्रहण किया था.रिलायंस पावर पिछले कुछ महीनों में सक्रिय रूप से डीबीएस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक सहित विभिन्न बैंकों के साथ ऋण निपटान समझौतों पर हस्ताक्षर कर रही है। रिलायंस पावर का लक्ष्य 31 मार्च 2024 के अंत तक एकल आधार पर एक ऋण-मुक्त कंपनी बनने का है। वित्त वर्ष 2023 के अंत में कंपनी पर करीब 700 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया था.