Apple को नहीं रहा अब चीन पर भरोसा, भारत में आईफोन की बढ़ती रफ्तार से चिढ़ गया ड्रैगन, अगले तीन सालों में 5 लाख नौकरियां
Apple in India: आईफोन मेकर कंपनी एप्पल का भारत पर भरोसा बढ़ता जा रहा है. चीन के मुकाबले एप्पल भारत में निवेश बढ़ाने की तैयारी कर रहा है. एप्पल ने बीते साल भारत में दो स्टोर खोले.
Apple In India: आईफोन मेकर कंपनी एप्पल का भारत पर भरोसा बढ़ता जा रहा है. चीन के मुकाबले एप्पल भारत में निवेश बढ़ाने की तैयारी कर रहा है. एप्पल ने बीते साल भारत में दो स्टोर खोले. आईफोन इंस्टॉलेशन फैक्ट्रियां स्थापित की. भारत में एप्पल आईफोन को लेकर लोगों के रिस्पांस के बाद अब कंपनी यहां अपना निवेश बढ़ाने पर विचार कर रही है. जल्द ही एप्पल भारत में लाखों नौकरियां क्रिएट करेगी. अगले तीन सालों में भारत के अंदर एप्पल ने अपनी मैन्यूफैक्चरिंग को तेजी से बढ़ाने का प्लान तैयार किया है, जिसके चलते कंपनी अपनी वर्क फोर्स को 3 गुना बढ़ाएगी, यानी भारत में नौकरियां बढ़ेगी.
चीन से बढ़ रही एप्पल की दूरी
भूराजनैतिक तनाव बढ़ने के असर, चीन की खस्ताहाल इकोनॉमी, अमेरिका से तनाव और कारोबार में चीनी सरकार के दखल के चलते एप्पल ने चीन पर अपनी लॉग टर्म निर्भरता कम करने का फैसला किया है. चीन एप्पल का सबसे बड़ा आईफोन प्रॉडक्शन हब और सबसे बड़ा बाजार भी है. हाल ही में एप्पल ने चीन में अपना दूसरा सबसे बड़ा मैन्युफैक्चरिंग प्लान भी खोला है, लेकिन चीन में एप्पल का रेवेन्यू घटने लगा है. हुआवेई टेक्नोलॉजीज कंपनी जैसे प्रतिद्वंद्वियों से बढ़ती प्रतिस्पर्धा और चीन में विदेशी वर्कफोर्स को लेकर लगे प्रतिबंधों के चलते एप्पल के रेवेन्यू में बड़ी गिरावट देखने को मिली हैं.
भारत के लिए बड़ा मौका
चीन में एप्पल के लिए बढ़ती चुनौती भारत के लिए बड़ा मौका है. भारत सरकार की नीतियों, सस्ते वर्कफोर्स, निवेश का सकारात्मक माहौल एप्पल को भारत में निवेश के लिए आकर्षित कर रहा है. चीन से दूरी बढ़ने के लिए एप्पल भारत में निवेश बढ़ाने की योजना पर काम कर रहा है. भारत में एप्पल की बढ़ती दिलचस्पी को देखें तो बीते साल आईफोन बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी फॉक्सकॉन ने 67 फीसदी आईफोन का असेंबल भारत में किया. इसी तरह से पेगाट्रॉन ने 17 फीसदी और विस्ट्रॉन ने 16 फीसदी आईफोन की असेंबलिंग भारत में की.
हर सातवां आईफोन भारत में बना
अभी दुनिया में जितने भी आईफोन बिकते हैं, उसमें से 7 फीसदी भारत में तैयार होते हैं साल 2023 तक इसे 25 फीसदी करने का लक्ष्य है. एप्पल अपने सभी प्रो और प्रो मैक्स को छोड़कर लगभग सभी आईफोन भारत में बनाती है. ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक आईफोन मेकर कंपनी अगले तीन सालों में भारत में करीब 5 लाख नौकरियां जेनरेट करेगी.
आईफोन का बढ़ता क्रेज
भारत में मध्यम वर्ग के बीच आईफोन के बढ़ते क्रेज के चलते एप्पल की सेल भारत में लगातार बढ़ रही है. एप्पल के ओवरऑल रिवेन्यू में भारत का मार्केट शेयर करीब 6 प्रतिशत है. हालांकि धीरे-धीरे इसमें बड़ा जंप देखने को मिल सकता है. इसका नमूना एप्पल ने भारत में खुले अपने दो स्टोर को देखकर समझ लिया है. जिसके बाद से कंपनी भारत में निवेश बढ़ा रही है. हालांकि कंपनी के इस फैसले से चीन को मिर्ची जरूर लगी है.