Bank of Maharashtra cuts MCLR: अगर आप होम लोन, ऑटो लोन या एजुकेशन लोन (Loan) लेने की प्लानिंग कर रहे हैं तो आपके लिए खुशखबरी है. अब आप सस्ती दर पर लोन ले सकते हैं. दरअसल, बैंक ऑफ महाराष्ट्र (Bank of Maharashtra) ने अलग-अलग अवधि के मार्जिनल कॉस्ट बेस्ड लेंडिंग रेट यानी एमसीएलआर (MCLR) में 35 बेसिस प्वाइंट यानी 0.35 फीसदी तक की कटौती की है. आपको बता दें कि नई दरें आज यानी 11 जुलाई, 2022 से लागू गो गईं हैं.


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7.70 फीसदी से घटकर 7.50 फीसदी हुआ  MCLR


 बैंक ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि एक साल की अवधि के एमसीएलआर (MCLR) को 7.70 फीसदी से घटाकर 7.50 फीसदी कर दिया गया है, जो ज्यादातर कंज्यूमर लोन के लिए मानक है. इसके साथ ही 6 महीने की अवधि वाले एमसीएलआर में भी 0.20 फीसदी की कटौती की गई है, जो अब 7.40 फीसदी है. इसके साथ ही तीन महीने की अवधि के लिए ब्याज दर को 0.35 फीसदी घटकर 7.20 फीसदी हो गया है.


जानिए क्या होता है MCLR?


गौरतलब है कि एमसीएलआर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की तरफ से डेवलप की गई एक ऐसी पद्धति है जिसके आधार पर बैंक ग्राहकों को देने वाले लोन के लिए ब्याज दर निर्धारित करते हैं. आरबीआई ने 1 अप्रैल 2016 से देश में एमसीएलआर की शुरुआत की थी. उससे पहले सभी बैंक बेस रेट के आधार पर ही ग्राहकों के लिए उन्हें दिए जाने वाले लोन की ब्याज दर तय करते थे. लेकिन साल 2016 के अप्रैल के बाद से बैंक ग्राहकों के ब्याज दर को तय करने के लिए एमसीएलआर का इस्तेमाल कर रहे हैं. एमसीएलआर में किसी भी बढ़ोतरी या कटौती का असर  सीधा नए और मौजूदा लोन लेनदारों पर भी पड़ता है.


कई बैंकों ने एमसीएलआर में की बढ़ोतरी 


आपको बता दें कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने जब से रेपो रेट में इजाफा किया है, उसके बाद से कई बैंकों ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी करते हुए कर्ज महंगा कर दिया. इस लिस्ट में एचडीएफसी बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, आईसीआईसीआई, यस बैंक जैसे बड़े बैंक हैं, जिन्होंने अलग-अलग अवधि के एमसीएलआर में बढ़ोतरी की है.