Bank MCLR Rates: बैंक से लोन (Bank Loan) तो बहुत से ग्राहक लेते हैं. जनवरी और फरवरी महीने में कई बैंकों ने ब्याज दरों में संशोधन में कर दिया है. अगर आप भी आगे लोन लेने का प्लान बना रहे हैं तो उससे पहले देख लें कि आपको कहां पर सस्ता लोन मिल रहा है. इस लिस्ट में प्राइवेट और सरकारी दोनों ही तरह के बैंक शामिल हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आइए चेक करें कौन सा बैंक किस दर पर लोन दे रहा है-


Bank of Baroda 


बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) ने 12 फरवरी 2024 को बैंक के MCLR में संशोधन किया है. बैंक का ओवरनाइट अवधि का MCLR रेट 8.05 फीसदी है. इसके अलावा एक महीने का MCLR 8.30 फीसदी है. 3 महीने की अवधि का एमसीएलआर रेट 8.40 फीसदी है. 6 महीने की अवधि का MCLR Rate 8.60 फीसदी है. एक साल का MCLR Rate 8.80 फीसदी है. 


ICICI Bank


ICICI Bank की वेबसाइट के मुताबिक, इस समय ओवरनाइट MCLR Rate 8.40% है. ICICI Bank में तीन महीने, छह महीने की MCLR दर क्रमशः 8.45 प्रतिशत और 8.60 प्रतिशत है. एक साल की MCLR दर को संशोधित कर 8.65 प्रतिशत कर दिया गया है.


Punjab National Bank


PNB की वेबसाइट के मुताबिक, बैंक का ओवरनाइट अवधि का MCLR Rates 7.90 फीसदी से बढ़कर 7.90 फीसदी हो गया है. एक महीने की MCLR दर 7.90 फीसदी से बढ़कर 8 फीसदी हो गई है. 


Yes Bank 


यस बैंक की वेबसाइट के मुताबिक, MCLR की दरों में इजाफा हो गया है. नई दरें 1 जनवरी 2024 से प्रभावी हैं. ओवरनाइट अवधि का रेट 9.2% है. एक महीने के लिए MCLR रेट 9.45% है. तीन महीने का MCLR Rate 10% है. छह महीने की दर 10.25% है और एक साल की दर 10.50% है. 


Bank of India 


बैंक ऑफ इंडिया की वेबसाइट के मुताबिक, बैंक ने ओवरनाइट अवधि के और एक महीने की अवधि के MCLR रेट्स में इजाफा कर दिया है. बैंक ने 10 बीपीएस की बढ़ोतरी की है और यह 1 फरवरी, 2024 से प्रभावी है. तीन महीने की दर 8.40% है. वहीं, छह महीने की दर 8.60% है और एक साल की दर 8.80% है.


HDFC Bank 


HDFC Bank ने लोन की ब्याज दरों में इजाफा कर दिया है. बैंक ने MCLR Rates में बढ़ोतरी कर दी है. बैंक की नई दरें 8 फरवरी से लागू हो गई हैं. बैंक ने कुछ चुनिंधा अवधि के लोन की दरों में 10 बीपीएस का इजाफा कर दिया है. बैंक का MCLR 8.90 फीसदी से लेकर के 9.35 फीसदी के बीच में आ गया है. बैंक ने ओवरनाइट MCLR रेट में 10 बेसिस प्वाइंट का इजाफा कर दिया है, जिसके बाद में इसकी दर 8.80 फीसदी से बढ़कर 8.90 फीसदी हो गई है.