Delhi-Mumbai Expressway: देश में बनने वाले सभी हाइवे या एक्सप्रेस वे, केवल अच्छी सड़क भर नहीं है. इनसे आसपास का इंफ्रास्ट्रक्चर भी, इनके साथ-साथ डेवेलप होता है. जिन क्षेत्रों से हाइवे गुजरते हैं, वहां की जमीनों की कीमतें बढ़ती हैं. सैकड़ों रोजगार पैदा होते हैं. नए होटल, ढाबे खुलते हैं. हां ये जरूर है कि इनपर टोल टैक्स लगता है लेकिन हाइवे क्षेत्र का विकास भी होता है.


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24 घंटे की दूरी 12 घंटे में होगी पूरी


टोल टैक्स को लेकर जी न्यूज की मुहिम में हम आज आपके लिए लेकर आए हैं, एक ऐसे एक्सप्रेस वे की रिपोर्ट, जो दिल्ली से लेकर मुंबई तक जाता है. इसने यात्रा का समय के करीब आधा कर दिया है. सड़क के रास्ते दिल्ली से मुंबई जाने में पहले 24 घंटे लगते थे, लेकिन इस एक्सप्रेस वे के जरिए ये दूरी मात्र 12 घंटों में तय की जा सकती है. इस हाइवे के बनने से और क्या क्या बदला है, ये आपको जानना जरूरी है.


जानें क्या-क्या बदल जाएगा..


- दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे इंपोर्ट एक्सपोर्ट में सकारात्मक बदलाव लेकर आया है.
- एक्सप्रेस वे से यात्रा करने से देश का करीब 32 करोड़ लीटर फ्यूल बचेगा.
- एक्सप्रेस वे के इस्तेमाल से CO2 के उत्सर्जन में भी 85 करोड़ किग्रा की कमी आएगी. यानी प्रदूषण भी कम होगा.
- इस एक्सप्रेस वे में जानवरों के गुजरने के लिए अंडरपास बनाए हुए हैं.
- सबसे खास बात ये है कि अगले 50 वर्षों तक इस सड़क पर गड्ढे नहीं होंगे.
- एक्सप्रेस वे किनारे करीब डेढ़ लाख पौधे भी लगाए गए हैँ.
- सीसीटीवी सर्विलांस सिस्टम भी लगाया गया है.
- दुर्घटना की स्थिति में यहां हैलीपैड सुविधा भी दी गई है.
- रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम भी लगाया गया है.


दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की खासियत


मतलब ये है कि जब किसी गांव या शहर से एक्सप्रेस वे या हाईवे गुजरता है, तो वो गांव और शहर, अपने आप धीरे धीरे विकसित होते हैं. दिल्ली-मुंबई को जोड़ने वाले एक्सप्रेव की खासियत भी चौंकाने वाली है. आइये आपको बताते हैं इसके बारे में... दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे भारत का सबसे लंबा और आधुनिक एक्सप्रेसवे है जो देश की राजधानी दिल्ली को आर्थिक राजधानी मुंबई से जोड़ता है. यह मेगा प्रोजेक्ट भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में एक मील का पत्थर साबित हुआ है.


दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे की प्रमुख विशेषताएं


लंबाई: लगभग 1350 किलोमीटर
लेन: 8 लेन (भविष्य में 12 लेन तक बढ़ाया जा सकता है)
कुल लागत: लगभग ₹1 लाख करोड़
समय: दिल्ली और मुंबई के बीच यात्रा का समय काफी कम हो गया है.
सुविधाएं: आधुनिक सुविधाओं से लैस, जैसे कि आपातकालीन सेवाएं, रेस्टोरेंट, पेट्रोल पंप आदि.
प्रौद्योगिकी: अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया गया है, जैसे कि इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम.
पर्यावरण संरक्षण: पर्यावरण के अनुकूल निर्माण किया गया है.


दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे के फायदे


यातायात में सुधार: इस एक्सप्रेसवे के बनने से दिल्ली और मुंबई के बीच यातायात में काफी सुधार हुआ है.
समय और ईंधन की बचत: यात्रा का समय कम होने से लोगों और मालवाहकों का समय और ईंधन की बचत होती है.
आर्थिक विकास: इस एक्सप्रेसवे के बनने से क्षेत्र के आर्थिक विकास को गति मिलेगी.
रोजगार सृजन: इस परियोजना से बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिला है.